किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब मरुस्थलीय जिलों को मिलेगा सिंधु का पानी, जानिए क्या है तैयारी
Rajasthan News: हरियाणा और राजस्थान सरकार के बीच यमुना लिंग परियोजना पर हुए समझौते के अनुसार बनी डीपीआर के बाद एक और बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। अब मरुस्थलीय जिलों के कृषि भूमि को सिंधु नदी का पानी मिलेगा। 8 जुलाई को चूरू के जोड़ी गांव में अंत्योदय शिविर के निरीक्षण और अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने पहुंचे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि मरुस्थलीय जिलों को सिंधु नदी से जोड़ा जाएगा। अब किसानों को सिंधु नदी का जल मिलेगा। इस बात की घोषणा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंच से किया।
आपको बता दे कि लंबे समय से जोड़ी गांव के ग्रामीण और जिले वासियों के द्वारा मरुस्थलीय जिले को नहर से जोड़ने की मांग की जा रही थी। इस मांग के बाद ही मुख्यमंत्री ने सिंधु नदी का पानी मरुस्थलीय जिले तक पहुंचाने की बात की।
बात के साथ सिंधु जल संधि स्थगित होने से बढ़ी उम्मीदें
भारत-पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि स्थगित होने से चूरू के साथ पश्चिमी राजस्थान और शेखावाटी के लोगों की उम्मीद एक बार फिर से जगी है। इन लोगों की उम्मीद बढ़ गई है और केंद्र सरकार के द्वारा भी एक बड़ी योजना पर काम करना शुरू कर दिया गया है।
सिंधु का जम्मू कश्मीर का सर प्लस पानी को पंजाब हरियाणा और राजस्थान तक पहुंचाने के लिए 113 किलोमीटर लंबी नहर बनाई जाएगी। यह नहर पाकिस्तान तक जाने वाली पानी को रोकेगी। इससे राजस्थान के लोगों को सीधा लाभ होगा। जून के महीने में ही मुख्यमंत्री अमित शाह ने इस बात का संकेत दिया था। सामने जानकारी के अनुसार राजस्थान के गंगानगर से सिंधु का पानी राजस्थान में प्रवेश करेगा।
सरकार के इस फैसले से किसान भाइयों को काफी ज्यादा फायदा होगा। राजस्थान के लोग सरकार की इस घोषणा के बाद झूम उठे हैं। अब राजस्थान में भी बड़े पैमाने पर फसल उत्पादन होगा।