रोपवे ट्रायल में धराशायी, 13.65 करोड़ की योजना धूल में मिली
RNE Rohtas, Bihar.
Bihar के रोहतास जिले में रोहतासगढ़ किले तक पहुंच को आसान बनाने के लिए बनाए जा रहे रोपवे का ट्रायल शुक्रवार को उस समय हादसे में बदल गया, जब परीक्षण के दौरान ही पूरा रोपवे ढांचा धराशायी हो गया। ट्रायल के दौरान रोपवे के कई खंभे उखड़ गए और लोगों को ले जाने वाला केबिन (डोला) टूटकर नीचे गिर गया।
बताया जा रहा है कि ट्रायल के समय केबिन में कोई भी व्यक्ति सवार नहीं था, जिस कारण एक बड़ा हादसा टल गया। यदि केबिन में लोग मौजूद होते तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती थी।
जानकारी के अनुसार, अभियंताओं और तकनीकी विशेषज्ञों की मौजूदगी में आज रोपवे का ट्रायल शुरू किया गया था। जैसे ही खाली केबिन डोली को रोपवे के सहारे अकबरपुर की ओर से रोहतासगढ़ किले की दिशा में भेजा गया, कुछ ही दूरी पर रोपवे के लिए बनाया गया एक पिलर अचानक धराशायी हो गया। इसके बाद देखते ही देखते एक के बाद एक कई पिलर गिर पड़े और पूरा रोपवे सिस्टम, केबिन सहित सभी मशीनें नीचे गिर गईं।
उल्लेखनीय है कि इस रोपवे का लोकार्पण नए साल के अवसर पर प्रस्तावित था। करीब 13 करोड़ 65 लाख रुपये की लागत से पिछले छह वर्षों से इसका निर्माण कार्य चल रहा था। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना का शिलान्यास किया था।
ट्रायल के दौरान रोपवे के धराशायी होने से स्थानीय लोगों में भारी निराशा है। लोगों को उम्मीद थी कि रोपवे शुरू हो जाने से लगभग 70 किलोमीटर का लंबा रास्ता कुछ ही मिनटों में तय किया जा सकेगा, लेकिन यह सपना फिलहाल अधूरा रह गया है।

