Rajasthan Education : राजस्थान में विषय शिक्षकों की बढ़ी मुश्किल, चार्टशीट की लटकी तलवार
राजस्थान में शिक्षा विभाग ने बच्चों को पढ़ाई में रुचि नहीं दिखाने वाले विषय शिक्षकों पर कार्रवाई करने का प्लान तैयार किया है। जिन विषय में विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम बेहतर नहीं रहा है उनको शिक्षा निदेशालय द्वारा नोटिस जारी किया है। इसमें परिणाम कम रहने के कारण बताते हुए दस दिन में जवाब देना होगा, अगर इस दौरान शिक्षकों ने जवाब नहीं दिया गया तो उनको शिक्षा निदेशालय द्वारा चार्टशीट किया जाएगा।
ऐसे में 215 विषय शिक्षकों से इसके लिए जवाब मांगा है और उनके विषय का परिणाम कमजोर रहने के कारण को माना है। शिक्षा निदेशालय को आशंका है कि कुछ शिक्षक अपने विषय में विद्यार्थियों को पढ़ाने में रुचि नहीं दिखा रहे है। इसके कारण उन विषय का परिणाम कमजोर रह रहा है। हालांकि शिक्षकों के जवाब के बाद ही असल कारणों का पता चल पाएगा। शिक्षा निदेशालय ने उन विषय शिक्षकों को नोटिस दिया है जिनका पिछले पांच सत्रों का परिणाम बहुत ही कमजोर रहा है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। 97 शिक्षकों को 12वीं और 118 को 10वीं का परिणाम न्यून रहने पर नोटिस मिला है। 215 शिक्षकों की सूची में बीकानेर के 7 नाम हैं। नोटिस का जवाब मिलने के बाद शिक्षा विभाग संबंधित शिक्षकों को व्यक्तिगत सुनवाई के लिए बुलाएगा। यहां निदेशक इनसे सवाल जवाब करेंगे।
विभाग का मापदंड
व्याख्याताओं के लिए 12वीं में विषय का परिणाम 70% या उससे कम होने पर और 10वीं का 60% या उससे कम होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है। संस्था प्रधान के लिए 10वीं का परिणाम 50% या उससे न्यून पर एवं 12वीं का परीक्षा परिणाम 60% या उससे कम रहने पर नोटिस जारी किया जाता है।
सात शिक्षकों का परिणाम रहा शून्य
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी लिस्ट में सात विषय शिक्षक ऐसे भी हैं, जिनका परिणाम शून्य प्रतिशत है। ये शिक्षक अलवर, पाली, उदयपुर, भीलवाड़ा, नागौर, जोधपुर और हनुमानगढ़ में कार्यरत हैं। इन सभी को 12वीं कक्षा में परिणाम शून्य प्रतिशत रहने पर नोटिस दिया गया है।