Rajasthan Govt Scheme : राजस्थान के बुजुर्ग कृप्या ध्यान दे! 10 अगस्त बाद सरकार की इस योजना का नहीं मिलेगा लाभ
राजस्थान के बुजुर्गों यानी वरिष्ठ नागरिकों ने अगर दस अगस्त तक आनलाइन आवेदन नहीं किया तो पहाड़ी, समुंद्र क्षेत्र के साथ धार्मिक स्थल की यात्रा करने से चूक जाएंगे। राजस्थान सरकार ने 'वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2025' की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत राजस्थान सरकार द्वारा वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश के 56000 वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाई जाएगी।
इसमें काफी तीर्थ स्थल जहां पहाड़ी क्षेत्र में है और कुछ समुंद्र के किनारे पर बने हुए है। ऐसे में राजस्थान सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को इन स्थलों की यात्रा करने का मौका दिया है। इसमें बुजुर्गों की यात्रा ट्रेन, हवाई जहाज के माध्यम से करवाई जाएगी, लेकिन इसका चयन खुद वरिष्ठ नागरिकों द्वारा किया जाना है कि वह उनको यात्रा कैसे करनी है। हालांकि सरकार ने इसके लिए सीट निर्धारित की गई है।
इसमें 50 हजार वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन व छह हजार वरिष्ठ नागरिकों को हवाई जहाज से यह यात्रा करवाई जाएगी। इसके लिए सरकार की तरफ से आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त निर्धारित की गई है। अगर इस तिथि तक आवेदन नहीं करते है तो बुजुर्ग यात्रा करने से चूक जाएंगे। अगर कोई वरिष्ठ नागरिक अब भी आवेदन करने से रह गया है तो वह दस अगस्त तक विभाग की वेबसाइट https://devasthan.rajasthan.gov.in पर आनलाइन आवेदन कर सकते है। सरकार द्वारा वेबसाइट पर ही सभी तरह के नियम व शर्ते दी गई है
हर जिले का का कोटा किया निर्धारित
राजस्थान सरकार की तरफ से पूरे प्रदेश के 56 हजार वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक यात्रा करने का फैसला लिया है। ऐसे में राजस्थान के प्रत्येक जिले के लिए कोटा निर्धारित किया गया है, ताकि प्रदेश के सभी जिलों के वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा करने का मौका मिल सके। अगर किसी जिले में निर्धारित कोटे से अधिक आवेदन आते है तो उनका कंप्यूटर के माध्यम से ड्रा निकाला जाएगा। इसमें जिस भी वरिष्ठ नागरिक की लाटरी लगेगी उसको धार्मिक यात्रा करने का मौका मिलेगा।
अगर किसी का ड्रा में नाम नहीं आता है तो उसको प्रतिक्षा सूची में रखा जाएगा। अगर कोई वरिष्ठ नागरिक यात्रा के दिन नहीं जा पाता है तो उसकी जगह पर प्रतिक्षा सूची में शामिल व्यक्ति को यात्रा करने का मौका दिया जाएगा। इसमें हवाई यात्रा व रेल यात्रा का ड्रा एक ही साथ निकाला जाएगा। शुरुआत में हवाई यात्रा के लिए ड्रा निकाला जाएगा। ड्रा में पहले छह हजार वरिष्ठ नागरिकों को हवाई जहाज से यात्रा करने का मौका दिया जाएगा, जबकि इसके बाद ड्रा में जिसका नाम निकलेगा उसको रेल मार्ग से धार्मिक यात्रा करवाई जाएगी।