Shoe global brand : राजस्थान की जूती बनेगा वैश्विक ब्रांड, 100 करोड़ के निवेश से चमेगा फुटवियर उद्योग
राजस्थान की जूती जल्द ही वैश्विक ब्रांड बनने वाला है। राजस्थान के जोधपुर की जूती की धमक पूरे देश में है, लेकिन अब इसको विदेशों तक ब्रांड बनाने की तैयारी है। हालांकि जोधपुरी जूती को राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में जाना जाता है, लेकिन अब इसकी मार्केट को विस्तार होने वाला है।
फुटवियर डिजाइन एवं डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट जोधपुर ने इस जूती की पुरानी कला को बचाते हुए जूती और दूसरे फुटवियर को नई तकनीक डिजाइन में ढाला जाएगा। इसके बाद यह जूती विश्वस्तर पर फैंशन के तौर पर जानी जाएगी और इस जूती की धमक फैंस शो में दिखाई देगी। इसका सीधे तौर पर जूती निर्माण का कार्य करने वाले लोगों को मिलने वाला है।
फुटवियर डिजाइन एवं डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट जोधपुर इस नए प्रोजेक्ट को बढ़ावा देगा। इसके तहत स्थानीय कारीगरों की सहायता से चमड़े, रेशम, हाथीदांत कढ़ाई जैसी कलात्मक तकनीकों को हल्के सोल, एगॉनॉमिक फिटिंग और स्मार्ट फैब्रिक्स से जोड़ा है। इसके बाद इससे तैयार जूती अंतरराष्ट्रीय मानक के तौर पर पहचान मिलने वाली है।
डायबिटिक मरीजों के लिए तैयार होगी विशेष जूती
फुटवियर डिजाइन एवं डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट जोधपुर की तरफ से जोधपुर की जूती की मार्केट को बढ़ाने के लिए अलग-अलग रूप में जोड़ा जा रहा है। एफडीडीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अब हेल्थकेयर फुटवियर और टेक-इनेबल्ड डिजाइनों पर विशेष कार्य हो रहा है।
डायबिटिक रोगियों के लिए विशेष सोल और दबाव-बचाव तकनीकों वाले जूते तथा सुरक्षा बलों के लिए टिकाऊ, जलरोधी और स्मार्ट-सेंसर युक्त बूट तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा जूती को कस्टमाइजेशन, यूनिसेक्स डिज़ाइन और बहुस्तरीय रंग संयोजन के साथ बनाया जा रहा है। ताकि इसका शादी समारोह में प्रयोग ज्यादा बढ़े।
100 करोड़ का निवेश और रोजगार
फुटवियर डिजाइन एवं डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट जोधपुरने अपने पूर्व छात्रों और स्थानीय उद्यमियों के सहयोग से 100 करोड़ रुपये के निवेश से आधुनिक फुटवियर उत्पादन इकाइयों की योजना बनाई हैं। यह इकाइयां पारंपरिक डिज़ाइन और आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग का मेल होंगी। इसके तहत कारीगरों को डिजिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स और निर्यात की ट्रेनिंग दी जा रही है।