Solar Battery Storage Project : राजस्थान के इस शहर में लगेगा सबसे बड़ा सोलर-बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट
बीकानेर जल्द ही सोलर की दुनिया के मानचित्र पर सबसे ऊपर आने वाला है। जहां पर सोलर की दुनिया का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट लगने वाला है। अब तक का सबसे बड़ा सोलर ऊर्जा और बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट (संयुक्त) स्थापित किया जाएगा। प्रोजेक्ट की कुल क्षमता 2450 मेगावाट सोलर उत्पादन और 5000 मेगावाट-ऑवर बैटरी स्टोरेज की होगी।
इस पर 15 से 17 हजार करोड़ रुपये के बीच लागत आने का अनुमान है। इससे न केवल सस्ती बिजली का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि उसे स्टोर भी किया जाएगा ताकि जरूरत के समय उपयोग किया जा सके। खास बात यह है कि ईआरसीपी के बाद यह प्रोजेक्ट प्रदेश की सबसे बड़ी योजना में शामिल होगा।
जयपुर के एक पांच सितारा होटल में बुधवार को ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, प्रमुख सचिव ऊर्जा अजिताभशर्मा और अक्षय ऊर्जा निगम के एमडी रोहित गुप्ता ने देश की नामी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। यहां प्रोजेक्ट के तकनीकी पहलुओं, निवेश, समयसीमा और मॉडल पर लंबी चर्चा की गई, ताकि जो बिड डॉक्यूमेंट तैयार किया जाए, उसमें हर जरूरी कार्य को शामिल किया जा सके। अभी तक सबसे बड़ा सोलर पार्क भडला में स्थापित है, जिसकी क्षमता 2245 मेगावाट है।
अलग पोर्टल भी लॉन्च
अक्षय ऊर्जा निगम ने इस मेगा प्रोजेक्ट के लिए अलग से पोर्टल भी लॉन्च कर दिया है, ताकि निवेशक और कंपनियां आवेदन, दिशा-निर्देश और तकनीकी सूचनाएं सीधे यहीं से प्राप्त कर सकें।
'बिजली क्षेत्र से बढ़िया बिजनेस नहीं'
ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव अजिताभ शर्मा ने निवेशकों से कहा कि ऊर्जा क्षेत्र से बढ़िया कोई बिजनेस नहीं है। ग्रोसरी की दुकान चलाना शायद कठिन हो, लेकिन पावर सेक्टर में एक बार इन्वेस्टमेंट करके भूल जाओ। न कोई मार्केटिंग की जरूरत है, न ही उसी प्रोजेक्ट में दोबारा पैसा लगाने की बंदिश है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा कंपनियां ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की ओर बढ़ें।
सबसे अधिक क्षमता
राजस्थान के पास पहले ही देश में सबसे अधिक सोलर क्षमता है, लेकिन उत्पादन दोपहर के समय चरम पर रहता है। स्टोरेज सुविधा न होने से अतिरिक्त बिजली बेकार चली जाती है या सस्ते दाम में बेचनी पड़ती है।

