Hockey Turf : केंद्र ने राजस्थान के खिलाड़ियों को दी सौगात, 8 करोड़ से बनेगा सिंथेटिक हॉकी टर्फ
केंद्र सरकार की तरफ से राजस्थान के खिलाड़ियों को बड़ी सौगात दी है। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने अलवर शहर में सिंथेटिक हॉकी टर्फ ग्राउंड के निर्माण के लिए 8 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी है। सिंथेटिक टर्फ पीएम श्री नवीन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान बनेगा। यहां लाइटिंग की सुविधा भी विकसित की जाएगी, जिससे खिलाड़ी रात के समय भी अभ्यास कर सकेंगे और टूर्नामेंट भी हो सकेंगे।
इस संबंध में युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के सचिव ओपी चंचल ने राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के सचिव को स्वीकृति पत्र भेजा है। 23 दिसंबर को जारी पत्र में लिखा है कि खेलो इंडिया योजना के तहत बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए प्रशासनिक मंजूरी दी गई है। इसमें कोटा जिले के कापरेन में बहुउद्देशीय हॉल के निर्माण के साथ-साथ अलवर में सिंथेटिक हॉकी टर्फ ग्राउंड का प्रस्ताव भी शामिल है।
जमीन से संबंधित सभी आवश्यक अनुमति पूरी करने के निर्देश
मंत्रालय ने निर्देश दिए हैं कि भूमि से संबंधित सभी आवश्यक अनुमतियां पूरी की जाएं। साथ ही खेलो इंडिया योजना के परिचालन दिशा निर्देशों के अनुसार निर्माण एजेंसी का चयन कर पत्र प्राप्त होने की तिथि से तीन माह के भीतर निविदा (टेंडर) प्रक्रिया पूरी की जाए। गौरतलब है कि अलवर में हॉकी खिलाड़ियों और खेल संगठनों की ओर से काफी समय से सिंथेटिक हॉकी टर्फ मैदान की मांग उठाई जा रही थी। अब टर्फ की स्वीकृति मिलने से जिले में अच्छे हॉकी प्लेयर तैयार होंगे।
हॉकी के जादूगर की जयंती पर हुई थी घोषणा
अलवर सांसद खेल उत्सव के रजिस्ट्रेशन की शुरुआत के दौरान केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने घोषणा की थी कि 21 सितंबर 2025 को सांसद खेल उत्सव के उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव सिंथेटिक टर्फ के लिए स्वीकृति पत्र की जानकारी देंगे। हालांकि, सितंबर में पत्र जारी नहीं हो सका। प्रताप ऑडिटोरियम में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर 29 अगस्त को हुई घोषणा के बाद आखिरकार 23 दिसंबर को स्वीकृति पत्र जारी हुआ।
साई हॉकी हॉस्टल की वापसी का इंतजार
अलवर में साई के हॉकी हॉस्टल को 16 मई 2025 को बरेली शिफ्ट करने के आदेश जारी हुए थे, जिसका हॉकी खिलाड़ियों ने विरोध किया था। बाद में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की पहल पर हॉस्टल को वापस अलवर शिफ्ट करने के आदेश तो जारी हो गए, लेकिन खिलाड़ी हॉस्टल में वापस नहीं लौटे हैं। सिंथेटिक टर्फ की मंजूरी के साथ अब उम्मीद है कि हॉकी से जुड़े मुद्दों का समाधान होगा।

