यज्ञ सम्राट प्रखरजी महाराज पुष्कर में करवाएंगे गायत्री पुरश्चरण महायज्ञ, 15 को बीकानेर में मीटिंग होगी
विप्र फाउंडेशन यज्ञ में सहयोगी होगा
Oct 9, 2025, 20:20 IST
RNE BIKANER.
गायत्री शक्तिपीठ (मणिवेदिका पीठ), पुष्कर में यज्ञ सम्राट परम पूज्य स्वामी श्री प्रखर जी महाराज के पावन सानिध्य में विश्व व्यापी उपद्रवों एवं आतंकवाद के शमन तथा लोकमंगल एवं विश्व कल्याण हेतु 200 कुण्डीय शत (100) गायत्री पुरश्चरण महायज्ञ का आयोजन 8 मार्च से 19 अप्रैल 2026 तक सुनिश्चित हुआ है। इस ऐतिहासिक आयोजन में विप्र फाउंडेशन भी सहयोगी संस्था के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
इस आयोजन की सफलता एवं आवश्यक व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श के लिए 15 अक्टूबर 2025, बुधवार, शाम 4:30 बजे धरणीधर मंदिर रंगमंच, बीकानेर में विशेष सभा का आयोजन होगा। इस सभा की अध्यक्षता स्वयं परम पूज्य स्वामी श्री प्रखर जी महाराज करेंगे।
गौरतलब है कि इससे पूर्व कार्यक्रम संयोजक राजेश चुरा और रामकिशन आचार्य की अगुवाई में विप्र फाउंडेशन पदाधिकारियों की एक तैयारी बैठक आयोजित की गई। बैठक में 15 अक्टूबर के आयोजन को सफल बनाने के लिए विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्धारण किया गया तथा अधिक से अधिक विप्रजन और आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करने पर विस्तृत चर्चा हुई।
कार्यक्रम संयोजक राजेश जी चूरा ने कहा कि इस प्रकार का भव्य धार्मिक आयोजन युगों-युगों तक संभव नहीं है, इसलिए समाज का प्रत्येक वर्ग इसमें सक्रिय भागीदारी निभाए। उन्होंने विशेष रूप से आह्वान किया कि विप्रजन अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर आमजन को इस आयोजन की जानकारी दें और उन्हें कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करें।
प्रदेश अध्यक्ष धनसुख सारस्वत ने कहा कि बीकानेर की सभा में परम पूज्य महाराज जी स्वयं महायज्ञ के महत्व एवं स्वरूप पर प्रकाश डालेंगे और विप्रजन व आमजन को दिशा प्रदान करेंगे।
बैठक में दीपक हर्ष (प्रदेश संगठन महामंत्री), नारायण पारीक (प्रदेश सचिव), किशन जोशी (जिला अध्यक्ष), अमित व्यास (जिला संगठन महामंत्री), रमेश उपाध्याय, चंद्रकला आचार्य (जिला अध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ), पंकज पीपलवा (जिला अध्यक्ष, युवा प्रकोष्ठ), श्री प्रकाश उपाध्याय एवं विजय पाईवाल (युवा प्रकोष्ठ) सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में उपस्थित सभी पदाधिकारियों ने संकल्प लिया कि विप्रजन स्वयं समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक यह संदेश पहुँचाएँगे, आमजन को आमंत्रित करेंगे और अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित कर इस महायज्ञ को ऐतिहासिक सफलता प्रदान करेंगे।