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एआईयूडीएफ के प्रत्याशी को 10 लाख 12 हजार 476 मतों से हराया

  • कुछ नेताओं के जीत का अंतर भी बढ़ा

आरएनई, नेशनल ब्यूरो 

चुनाव में हार और जीत का ही महत्त्व होता। चाहे जीत 1 मत की हो या फिर लाखों वोटों की। जीत तो जीत ही होती है। इसी तरह हार तो हार होती है भले ही एक वोट से ही क्यों न हो। इस लोकसभा चुनाव में असम की धुबरी सीट से कांग्रेस के रकीबुल हुसैन ने सर्वाधिक अंतर से जीत दर्ज की है।

उन्होंने एआईयूडीएफ के प्रत्याशी को 10 लाख 12 हजार 476 मतों से हराया। विदिशा से भाजपा के शिवराज सिंह चौहान ने 8 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की। इसी तरह मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से शिव सेना के रविन्द्र दत्ताराम ने मात्र 48 मतों से जीत हासिल की। इस चुनाव में यह सबसे कम अंतर की जीत रही।

मगर कुछ नेता ऐसे भी हैं जो दो चुनाव से पांच पांच लाख से अधिक मतों से जीत हासिल कर रहे हैं। इनमें गृहमंत्री अमित शाह, सी आर पाटिल व शंकर लालवानी शामिल है। ये तीनों नेता भाजपा के है। खास बात ये है कि इन तीनों नेताओं ने 2019 की तुलना में अपनी जीत को बड़ा करने में सफलता पाई है।