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थानाधिकारी सुखराम ने “RUDRA NEWS EXPRESS” को बताया, जिंदा बम लाठी फायरिंग रेंज में था, पदयात्री शॉर्टकट में इधर से निकले

RNE, NETWORK (LAATHI-JAISALMER) 

रामदेवरा मेले के बीच जहां सुबह मंदिर उड़ाने की धमकी से जुड़ा पत्र मिलने के बाद जहां मेला परिसर में हाईसिक्योरिटी लगाई गई वहीं पदयात्रियों को रास्ते में एक जिंदा बम मिलने की घटना भी सामने आई है। कई लोग दोनों घटनाओं को साथ जोड़कर देख रहे हैं जिसका पुलिस-सुरक्षा अधिकारियों ने पूरी तरह खंडन किया है।

पहले जानिये कहां मिला बम :

दरअसल रामदेवरा से चाचा मार्ग के बीच पदयात्रियों को एक जगह मोर्टार से छूटा हुआ बम दिखाई। यात्रियों में इससे हड़कंप मच गया। कई लोगों ने इसके फोटो लेकर वायरल किये और पुलिस को भी भेज दिये। चूंकि मामला लाठी थाना क्षेत्र का है ऐसे में सूचना मिलते ही लाठी थानाधिकारी सुखराम बिश्नोई टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जिस जगह बम पड़ा था वहीं चारों तरफ से सुरक्षा घेरा बनवाकर पदयात्रियों का रास्ता डायवर्ट करवाया। सेना के अधिकारियों को इसकी सूचना दी तो अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बम कब्जे में लिया। अब डिस्पोजल की कार्रवाई होगी।

इसलिये यहां मिला जिंदा बम : 

थानाधिकारी सुखराम बिश्नाईलाठी थानाधिकारी सुखराम बिश्नाई ने  http://rudranewsexpress.in  से बातचीत में बताया कि जिस जगह बम मिला है वह लाठी फायरिंग रेंज का एरिया है। यह 51 मोर्टार बम है। चूंकि यहां अभ्यास चलता रहता है ऐसे में कई बार मिसफायर होने से जिंदा बम रह जाते हैं जिनका सेना बाद में निस्तारण करती है। चूंकि यह फायरिंग रेंज का ही एरिया है इसलिये इस रास्ते पर भी मिलिट्री की ही गाड़ियां चलती है। इन दिनों पदयात्री रामदेवरा जा रहे हैं। इन्हीं में से कुछ लोग शॉर्टकट पकड़ते हुए फायरिंग रेंज के इस रास्ते से गुजरते हैं। इसी दौरान बम मिला है। सेना के अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और डिफ्यूज करने की कार्रवाई कर रहे हैं। थानाधिकारी ने सुखराम बिश्नोई ने स्पष्ट किया कि रामदेवरा मंदिर उड़ाने के कथित पत्र से जिंदा बम मिलने का कोई लेना-देना नहीं है।

क्या है मंदिर उड़ाने के पत्र का मामला :

दरअसल बुधवार सुबह पोकरण रेलवे स्टेशन पर एक पत्र मिला जिसमें रामदेवराम के बाबा रूणीचा धाम को उड़ाने की आशंका जताते हुए निर्दोष लोगांे को बचाने के लिये गुहार की गई थी। कहा गया था कि कपड़े के घोड़े में बम छिपाकर मंदिर तक पहुंचाया जा सकता है। इसके बाद मंदिर परिसर को एकबारगी खाली करवा लिया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने अपने कब्जे में लेकर मंदिर का चप्पा-चप्पा छाना। इस परिसर में रखे गये कपड़े के सभी घोड़े, नारियल आदि हटा दिये गये।

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