सेवा और संसाधनों के आभाव में प्रभु जनों का नहीं टूटेगा दम
आरएनई,बीकानेर।
भरतपुर अपना घर आश्रम की विचारधारा के अनुरूप कोई भी आश्रयहीन असहाय बीमार सेवा एवं संसाधनों के अभाव में दम ना तोडे के क्रम में अपनाघर आश्रम संस्था द्वारा राजस्थान प्रदेश को आश्रयहीन असहाय बीमार रहित बनाने के लिए आश्रयहीन असहाय लावारिस प्रभु स्वरूप पीड़ित मुक्त राजस्थान अभियान का शुभारंभ दिनांक 29 फरवरी 2024 को राजस्थान के समस्त 7 संभागों जयपुर, जोधपुर, बीकानेर ,अजमेर ,कोटा, उदयपुर एवं भरतपुर में एक साथ किया जा रहा है जो की 5 मार्च 2024 तक जारी रहेगा ।अपनाघर आश्रम संरक्षक द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि इस अभियान का शुभारंभ जवाहर सिंह बेढम गृह राज्य मंत्री राजस्थान सरकार द्वारा अभियान की एम्बुलेंसों को हरी झंडी दिखाकर आगाज किया जा चुका है । यह अभियान अपना घर आश्रम भरतपुर तथा सामाजिक न्याय अधिकारीता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में संचालित किया जा रहा है । इस अभियान को सफल बनाने के लिए सामाजिक न्याय अधिकारीता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कुलदीप रांका ने भी संस्था के इस अभियान के सहयोग के लिए समस्त जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक, उपनिदेशक , सहायक उपनिदेशक एवं सामाजिक न्याय अधिकारियों को पत्र जारी किए गए हैं ।साथ ही दिलबाग सिंह अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग की ओर से राज्य का नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है | अपनाघर आश्रम अध्यक्ष अनंतवीर जैन ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत 18 वर्ष से अधिक उम्र के असहाय, लावारिस, बीमार प्रभु जनों की संबधित थाने में सूचना दर्ज करने के उपरांत रेस्क्यू किया जा सकेगा तथा इसमें सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग ऐसे प्रभुजनों को चिन्हित करेंगे साथ ही संस्था द्वारा हेल्पलाइन नंबर 995073 7673 जारी किया गया है ।इस हेल्पलाइन नंबर पर आम नागरिक भी सूचना दे सकेंगे सूचना मिलते ही ऐसी प्रभु जनों को अपना घर की टीम द्वारा रेस्क्यू कर लाया जाएगा तथा आश्रम में लाकर सभी आवश्यकताएं सेवाएं जैसे आवास, चिकित्सा , भोजन के साथ जीवन यापन की सभी आवश्यकताएं उपलब्ध कराई जाएगी। अपनाघर वृद्धाश्रम आश्रम सचिव अशोक मूंधड़ा ने बताया कि अधिक कॉल आने की स्थिति में एंबुलेंस की आवश्यकता होने पर 100 एंबुलेंस तक किराए पर ली जा सकेगी । जिसके किराए का भुगतान संस्था द्वारा किया जाएगा।रेस्क्यू अभियान के लिए पूरे प्रदेश को सुविधा की दृष्टि से 7 भागों में बांटा गया है जिनमें प्रत्येक क्षेत्र के लिए संस्था की 4 एंबुलेंस लगातार 6 दिन तक रहेगी । जिन क्षेत्रों में एंबुलेंस या किसी भी अन्य प्रकार की आवश्यकता होगी उससे संबंधित समस्त व्यवस्थाओं हेतू संभाग प्रभारी तथा जिला प्रभारी नियुक्त किए गए हैं इस अभियान में 7 संभागों में 28 एंबुलेंस के साथ 122 का स्टाफ जिसमें केयरटेकर, मेडिकल कर्मी, चालक, महिला केयरटेकर, आदि शामिल है।इस अभियान के लिए संस्था द्वारा 1000 आवासियों क्षमता का भवन भरतपुर मुख्यालय पर तैयार किया है । अपनाघर आश्रम नोखा की किरण झंवर ने बताया कि अपनाघर नोखा द्वारा इस अभियान के लिए समस्त तैयारियों को अंजाम दिया जा चुका है और संस्था का मुख्य उद्देश्य है कोई भी असहाय बीमार राजस्थान में सड़कों पर दम तोड़ने को मजबूर ना हो | इस अभियान में महिला प्रभुजनों को रेस्क्यू करने के लिए महिला सेवा साथियों को रेस्क्यू टीम में नियुक्त किया गया है ।