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चैम्पियंस ट्रॉफी को जीत रोहित जर्सी न.45 को रिटायर करना चाहते है

RNE Special

लगभग सवा महीने बाद पाकिस्तान -दुबई में वर्ल्ड की टॉप 8 टीमों के बीच ICC चैम्पियंस ट्रॉफी का आगाज होगा। टी टवेंटी वर्ल्डकप में जीत और ICC वन डे विश्व कप में उपविजेता रहने के कारण टीम इंडिया ख़िताब की प्रबल दावेदार है। खेल जानकार टीम इंडिया के सेमीफाइनल तक पहुंचने की उम्मीद तो कर ही रहें है। ऑस्ट्रेलिया में खराब परफॉरमेंस के बाद रोहित शर्मा की टीम चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर फैंस और कॉर्पोरेट वर्ल्ड का विश्वास पुन : जीत सकती है। यूं भी पब्लिक फिगर्स को इस बात का इल्म है कि आम जनता की मेमोरी शॉर्ट टर्म की होती है। चैम्पियंस ट्रॉफी में जीत के बाद मीडिया और फैंस बॉर्डर -गावस्कर ट्रॉफी की तमाम बुरी यादों और शर्मनाक हार को भूला देंगे।

टीवी बोर्डकास्टर और ओटीटी प्लेटफार्मस भी यही चाहते है कि टीम इंडिया किसी भी ICC टूर्नामेंट में आखिरी पड़ाव तक जाए, अगर टीम इंडिया शुरूआती लीग दौर में बाहर हो जाए तो टीवी व्यूरशिप और एड रेवन्यू पर बड़ा डेंट लग जाता है।

मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर चाहते थे कि रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया में ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दे, लेकिन रोहित ने कोच की राय को दरकिनार कर अपना टेस्ट रिटायरमेंट पोस्टपोन कर दिया है। यह रोहित को भी पता है कि अगले WTC टेस्ट साइकिल के लिए वह दो -ढाई सालों तक टेस्ट टीम में नहीं बने रह सकते है, फिर रोहित ने टेस्ट क्रिकेट को ऑस्ट्रेलिया में गुडबाय क्यों नहीं कहा?

रोहित शर्मा को भले कोच गौतम गंभीर का इतना सपोर्ट न हो लेकिन उनके टीममेट और पूर्व खिलाड़ी रोहित के आचरण और व्यवहार के मुरीद है। BCCI में भी रोहित की टॉप लेवल के अधिकारियों से अच्छे नेहबंध है। रोहित शर्मा चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर अपने लिए एक फेयरवेल टेस्ट मैच की चाह मन ही मन पाले हुए है, कुछ -कुछ सचिन तेंदुलकर के आखिरी टेस्ट की तरह।

अगर चैम्पियंस ट्रॉफी का रिजल्ट रोहित मन मुताबिक लाने में सफल रहें तो रोहित को टेस्ट क्रिकेट से मनचाहा रिटायरमेंट देने में BCCI को कोई आपत्ति नहीं होगी।

19 फ़रवरी से चैम्पियंस ट्रॉफी का आगाज होगा, भारत 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चैम्पियंस ट्रॉफी को जीत चुका है। धोनी के पास तीन बिग ICC टूर्नामेंट (वन डे वर्ल्ड 2011, टी टवेंटी वर्ल्डकप 2007 और चैम्पियंस ट्रॉफी 2013) जीतने का रिकॉर्ड है, रोहित गुजरे साल भारत की झोली में टी टवेंटी वर्ल्ड कप डाल चुके है, अगर रोहित शर्मा चैम्पियंस ट्रॉफी को भी मार्च में जीत जाते है तो उनके पूरे जीवन का “मार्च ” बहुत यादगार रहेगा और रही बात,क्रिकेट को अलविदा कहने की… रोहित शर्मा अपने टर्म्स और कंडीशन के हिसाब से रियल “हिट मैन” के अंदाज में जर्सी नंबर 45 को हमेशा के लिए अलविदा कहेंगे।



मनोज रतन व्यास को समान्यतया फिल्म समीक्षक, लेखक, कवि के रूप में जाना जाता है। कम लोग जानते है कि बिजनेस मैनेजमेंट के महारथी और मीडिया में प्रसून जोशी के साथ एडवरटाइजमेंट क्रिएटीविटी टीम के सदस्य रहे मनोज गहरी दृष्टि वाले खेल समीक्षक हैं। rudranewsexpress.in के पाठक Sunday Sports Talk में उनकी इसी “फील्ड से फिनिश लाइन” तक वाली समीक्षकीय दृष्टि से हो रहे हैं रूबरू।