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बीकानेर: कलेक्टर से मिलने जाते कांग्रेस नेताओं की पुलिस से झड़प, कलेक्टर से मिले

RNE, Bikaner.

बीकानेर में बारिश से बर्बादी और प्रशासन की अनदेखी के खिलाफ फूट रहा आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। एक पार्षद को हिरासत में लेने के बाद कांग्रेस के पार्षद और नेताओं ने कलेक्ट्रेट पर हल्ला बोल दिया है।

देहात कांग्रेस अध्यक्ष बिशनाराम सियाग, पार्षद आनंदसिंह सोढ़ा सहित कई पार्षद, कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंच गये। यहां कलेक्टर से मिलने उनके दफ्तर में जा रहे कांग्रेस नेताओं की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की लेकिन वे नहीं रूके। आखिरकार कलेक्टर ऑफिस में पहुंचकर उन्होंने अपनी बात रखी।

कलेक्टर नमृता से मिलकर बताये हालात:

कांग्रेस अध्यक्ष बिशनाराम सियाग और पार्षद आनंदसिंह सोढ़ा ने शहर के हालात बताये। कहा, पूरा शहर पानी-पानी है। सूरसागर की दीवार गिर गई। सड़क धंस गई। कुछ देर और बारिश होती तो कई मकान सूरसागर में समा जाते। लोग कंट्रोल रूम से लेकर अधिकारियों तक को फोन करते रहे। पूरी रात कोई नहीं आया। सुबह यूआईटी के तहसीलदार आये और उन्होंने रूखा जवाब दिया तो मोहल्ले के लोगों ने उन्हंे पंप हाउस में बंद कर दिया। इसके बाद पुलिस ने पार्षद महेंद्रसिंह को घसीटते हुए थाने ले जाकर बंद कर दिया।

मांग-तुंरत पार्षद को रिहा करो, माफी मांगों, हालात सुधारो:

कांग्रेस नेताओं ने मांग रखी कि हिरासत में लिये गये पार्षद को तुरंत रिहा करो। दोषी पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और वे अपने दुर्व्यवहार के लिये माफी मांगे। इसके साथ ही बीकानेर में हर दिन बदतर हो रहे हालात सुधारने के लिये जल्द से जल्द बंदोबस्त हो। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि अगले कुछ घंटों मंे मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे। इस दौरान पार्षद पारस मारू, सुभाष स्वामी, रमजान मुगल, पार्षद पति बाबा खान आदि भी मौजूद रहे।

मामला यह है:

दरअसल गुरूवार रात को 11 बजे शुरू हुई तेज बारिश के बाद सूरसागर में धोबीधोरा की तरफ से तेज पानी आने लगा। अचानक तेज आवाज के साथ सूरसागर की रेलिंग  टूट गई। दीवार ढह गई। सड़क धंस गई। अंधेरा, बारिश और सड़क धंसने के साथ नाले की तरह पानी बहने की सूचना से डरे लोग नियंत्रण कक्ष फोन करने लगे। लोगों का आरोप है कि यिंत्रण कक्ष से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक को फोन करते रहे। कोई संभालने नहीं आया।

सुबह लगभग छह बजे ट्रैफिक पुलिस के कुछ सिपाहियों ने अवरोधक लगाकर इस तरफ आने-जाने का रास्ता रोक दिया। लगभग नौ बजे यूआईटी के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो लोगों का गुस्सा उनके सामने जाहिर हुआ। बताते हैं कि इस वक्त मौके पर पार्षद महेन्द्रसिंह बड़गुजर भी मौजूद थे। अधिकारी ने रूखा जवाब दिया तो लोगों का गुस्सा बढ़ने लगा। उन्हें सूरसागर के पंप हाउस में बंद कर दिया। इसके साथ ही हंगामा बढ़ गया।

पार्षद महेन्द्र को घसीटते ले गई पुलिस, आनंदसिंह सहित कई मौके पर:

अधिकारी को घेरने या बंद करने की सूचना के साथ ही पूरा पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया। भारी तादाद में पुलिसबल धोबीधोरा इलाके में पहुंच गया। पार्षद महेन्द्रसिंह को एक साथ कई पुलिस वालों ने पकड़ लिया। लगभग घसीटते हुए गाड़ी में डालकर सदर थाना ले गये।

आनंदसिंह सोढ़ा सहित कई पार्षद, प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे:

हंगामा और पार्षद को हिरासत में लेने की खबर के साथ ही नजदीकी वार्ड के कांग्रेस पार्षद आनंदसिंह सोढ़ा सहित कई पार्षद-प्रतिनिधि मौके पर पहुंच गये। ये सदर थाना भी गये और पुलिस अधिकारियों से बातचीत करनी चाही लेकिन बातचीत का कोई असर होता नहीं दिखा। ऐसे में सारे पार्षद कलेक्ट्रेट में एकत्रित हो गए।