महिलाओं के साथ बढ़ने वाले अपराधों के मद्देनजर विश्वविद्यालय ने दी ट्रेनिंग
आरएनई,हनुमानगढ़।
श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय में छात्राओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी गई। विश्वविद्यालय महिला प्रकोष्ठ की कन्वीनर डॉ. स्वाति ओझा ने बताया कि देश में महिलाओं के साथ बढ़ने वाले अपराधों के मद्देनजर ये ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में लड़कियों को आत्मरक्षण का गुण आना चाहिए क्योंकि सेल्फ डिफेंस की बुनियादी ट्रेनिंग महिलाओं को विषम परिस्थिति में सुरक्षित रख सकती है।
इस अवसर पर गुरु गोबिंद सिंह चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष बाबूलाल जुनेजा ने कहा कि आज के समय में हर महिला को शारीरिक रूप से अपनी सुरक्षा के लिए सेल्फ डिफेंस सीखना जरूरी है। विश्वविद्यालय के डायरेक्टर दिनेश जुनेजा ने बताया कि सेल्फ डिफेंस एक ऐसी तकनीक है जो हर महिला के कॉन्फिडेंस लेवल को बढ़ाने में मदद करती है।
विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर वैभव श्रीवास्तव ने कहा कि आत्मरक्षा सभी का अधिकार है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सीएम राजोरिया ने जानकारी दी कि इस ट्रेनिंग हेतु पुलिस विभाग हनुमानगढ़ से दो ट्रेनर सुमनबाला तथा इंदिरा ने बहुत ही सहजता से छात्राओं को सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाए।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की सभी महिला स्टाफ मेंबर्स ने सेल्फ डिफेंस की टेक्निक्स को सीखा। इस अवसर पर डॉ. रचना शर्मा, डाॅ. अर्पणा अरोड़ा, नीलम चिलाना, सीमा अरोड़ा, राज कौर, मनवीर कौर, निधि शर्मा, साधना, यशस्विनी शर्मा, एकता और अर्ची आदि उपस्थित थे।