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महिला व पुरूष एक ईकाई संतुलन के साथ आगे बढ़ें स्वयं की क्षमताओं पर विश्वास रखें -प्रो. दिग्विजय सिंह

आरएनई,बीकानेर।

राजकीय डूंगर महाविद्यालय में महाविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में ‘‘स्वामी विवेकानन्द के चिंतन में महिला सशक्तिकरण’’ विषय पर आयोजित हुई संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. दिग्विजय सिंह ने युवा विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला व पुरूष एक ईकाई है व संतुलन के साथ आगे बढ़ना व स्वयं की क्षमताओं पर विश्वास रखना आवश्यक है।मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. दिव्या जोशी ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि प्रत्येक छात्रा स्वयं में सशक्त है। वह स्वयं के व्यक्तित्व का विस्तार परिवार-समुदाय, समाज व ब्रहमांड को समाहित करते हुए करें क्योंकि तह शक्ति सम्पन्न है व असकी सामर्थता का विस्तार अन्तंत तक है तथा स्वामी विवेकानन्द के चिन्तन में महिला सशक्तिकरण  पर प्रकाश डाला।विशिष्ठ वक्ता के रूप में प्रो. मैना निर्वाण ने विद्यार्थियों को अपनी छुपी हुई असीमित संभावनाओं को खोजने व सवारने की बात कहीं क्योंकि सशक्तिकरण एक सोचा व देखने का नजरिया है। कार्यक्रम का संचालन विभाग प्रभारी प्रो. साधना भंडारी ने किया।