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ShriDungargarh : एमएलए ताराचंद की उप मुख्यमंत्री बैरवा को चिट्ठी

RNE Shri Dungargarh.

“बैरवाजी, लड़कियों की पढ़ाई के लिए इकलौता सरकारी कॉलेज है। इस कॉलेज में Home Science, संस्कृत जैसे सब्जेक्ट नहीं है। MA हिन्दी साहित्य की पढ़ाई भी नहीं होती। ऐसे में छात्राओं को 70 किमी दूर बीकानेर जाना पड़ रहा है।” श्रीडूंगरगढ़ की छात्राओं का यह दर्द उच्च शिक्षा मंत्री, उप मुख्यमंत्री के सामने बयां करने वाला कोई स्टूडेंट लीडर नहीं है वरन श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत है। सारस्वत ने मंत्री डॉ.प्रेमचंद बैरवा को पत्र लिखकर लड़कियों की यह पीड़ा बताई है।

सारस्वत ने बैरवा को पत्र में लिखा है, श्रीमती सदु देवी पारख राजकीय कन्या महाविद्यालय क्षेत्र की छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा का एकमात्र विकल्प है। गृह विज्ञान और संस्कृत साहित्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों की कमी के कारण छात्राओं को 70 किलोमीटर दूर बीकानेर जाना पड़ता है।

यह आवागमन न केवल आर्थिक बोझ बढ़ा रहा है, बल्कि मानसिक तनाव भी उत्पन्न कर रहा है। इसी तरह, राजकीय महाविद्यालय में एम.ए. (हिन्दी साहित्य) की पढ़ाई उपलब्ध नहीं होने से स्थानीय छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए बीकानेर जाना पड़ता है।

ये सब्जेक्ट शुरू कर दीजिये :

एमएलए ताराचंद ने श्रीमती सदु देवी पारख राजकीय कन्या महाविद्यालय में गृह विज्ञान और संस्कृत साहित्य तथा राजकीय महाविद्यालय में एम.ए. (हिन्दी साहित्य) शुरू करने की अनुमति देने का आग्रह किया है। विधायक सारस्वत ने अपने पत्र में कहा कि ग्रामीण परिवारों के लिए यह अतिरिक्त खर्च और कठिनाई का कारण बन रहा है, क्योंकि अधिकांश परिवार कृषि पर निर्भर हैं।

विधायक सारस्वत ने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा में बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए इन विषयों की शुरुआत जरूरी है। उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री से जल्द इन मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेकर क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की मांग की है।