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सुरक्षा की दृष्टि से पंजाब में न रख डिब्रूगढ़ जेल भेजा

आरएनई,नेटवर्क। 

हाईटेक जेल के अंदर अमृतपाल सिंह और उसके 9 समर्थकों के बैरक से कई हाईटेक गैजेट्स बरामद किए गए हैं। जेल प्रशासन ने जांच के दौरान अमृतपाल और उसके साथियों के बैरक से स्मार्टफोन, स्पाई कैमरा और अन्य गैजेट्स को जब्त किया है। इस पूरे मामले में असम पुलिस ने पंजाब पुलिस को भी जानकारी दी है।जानकारी के मुतबिक वारिस पंजाब दे का मुखिया, कट्टरपंथी उपदेशक और स्वयंभू धर्म प्रचारक अमृतपाल सिंह को पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद पिछली साल अप्रैल में पंजाब के मोगा जिले से गिरफ्तार किया था। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके 9 साथियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट यानी एनएसए की कार्रवाई की गई थी। इतना ही नहीं इन आरोपियों को सुरक्षा की दृष्टि से पंजाब में न रखकर असम ले जाया गया था।

हाईटेक है डिब्रूगढ़ जेल

एयरलिफ्ट करके इन आरोपियों को असम के डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया था। इसके पीछे की वजह सुरक्षा कारण बताए गए थे. लेकिन, इस पूरे मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने सर्च के दौरान अमृतपाल और उसके अन्य साथियों के पास से गैजेट्स बरामद किए हैं। एनएसए की ओर से जानकारी दी गई है कि अमृतपाल और उससे साथियों के बैरक से पुलिस ने जासूस कैमरा, एक स्मार्टफोन, की पैड फोन, पेन ड्राइव, ब्लूटूथ हेडफोन और स्पीकर, एक स्मार्टवॉच आदि बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने फिलहाल इन सभी गैजेट्स को जब्त कर लिया है और फिलहाल जांच शुरू कर दी है कि आखिर ये हाईटेक गैजेट्स जेल के अंदर पहुंचे कैसे हैं। बता दें कि यह जेल बहुत ही हाईटेक है और जेल के अंदर कई सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं. पुलिस ने कहा है कि इस पूरा मामले में कानूनन प्रक्रिया पूरी की जा रही इसके बाद वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी। असम पुलिस ने इस पूरी घटना की जानकारी पंजाब पुलिस को भी भेजी है।

किस मामले में गिरफ्तार है अमृतपाल सिंह

अमृतपाल सिंह पर हिंसा भड़काने, हत्या, लोगों के उकसाने, लॉ एंड ऑर्डर को बिगाड़ने समेत राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। सबसे पहले अमृतपाल उस वक्त चर्चा में आया था जब उसके एक करीबी को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद गुस्साए अमृतपाल ने अपने समर्थकों के साथ पंजाब के अजनाला थाने पर हमला बोल दिया था। 23 फरवरी 2023 को अमृतपाल ने अपने करीबियों की मदद से पुलिस थाने पर हमला बोलकर लवप्रीत को जबरन बाहर निकाल लिया था।