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बीकानेर के महाजन में तब पकड़ा गया जब जापान के साथ युद्धाभ्यास चल रहा था

आरएनई,बीकानेर।

इंटेलिजेंस के हाथ लगा विक्रम पिछले एक साल से हनी ट्रैप का शिकार होकर भारतीय सैन्य क्षेत्र की गुप्त सूचनाओं को पाक हैंडलर अनीता से सांझा कर रहा था। अब तक की गई पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं । विक्रम महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के अलावा तीन सैन्य छावनियो की सूचनाओं एकत्रित कर चुका था जिसे वे पाक हैंडलर अनीता को सौंप रहा था विक्रम के मोबाइल ने कई सनसनीखेज राज उगले हैं।

लाखासर का निवासी है विक्रम

इंटेलिजेंस के हाथ लगा विक्रम बीकानेर के डूंगरगढ़ तहसील के लाखासर क्षेत्र के गांव उपर का बास निवासी है। सूत्रों का कहना है कि विक्रम के मित्रमंडली के बारे में भी पता किया जा रहा है।

सोशल मीडिया को बनाया हथियार

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस इंटेलिजेंस संजय अग्रवाल ने बताया कि पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसियों द्वारा की जाने वाली जासूसी गतिविधियों पर राजस्थान इंटेलिजेंस द्वारा सतत निगरानी रखी जाती है। इस निगरानी के दौरान जानकारी में आया कि बीकानेर के डूंगरगढ़ क्षेत्र निवासी विक्रम सिंह सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया हैंडलर्स के निरंतर संपर्क में है।

एडीजी अग्रवाल ने बताया कि इंटेलिजेंस जयपुर की टीम द्वारा विक्रम सिंह की गतिविधियों पर गहनता से निगरानी रखी गई तो पाया गया कि यह हनीट्रैप के प्रलोभन में आकर सोशल मीडिया के माध्यम से पाक महिला एजेंट के संपर्क में रहकर सामरिक महत्व की सूचना साझा कर रहा है।

एडीजी अग्रवाल ने बताया कि आरोपी विक्रम सिंह आर्मी एरिया महाजन बीकानेर में लंबे समय से वेंट कैंटीन का संचालन कर रहा था। करीब एक साल से यह पाक खुफिया एजेंट अनीता के संपर्क में था। पाक हैंडलर के चाहे जाने पर विक्रम आर्मी एरिया की संवेदनशील जानकारियां जैसे फोटोग्राफ्स, प्रतिबंधित स्थान की लोकेशन व वीडियो एवं यूनिटों व अधिकारियों की जानकारी सोशल मीडिया पर उपलब्ध करवा रहा था।

एडीजी ने बताया कि आरोपी विक्रम सिंह से पूछताछ एवं उसके द्वारा प्रयुक्त मोबाइल फोन के तकनीकी विश्लेषण से उपरोक्त तथ्यों की पुष्टि होने पर आरोपी के विरुद्ध शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।