Nokha : सुमन के असमय निधन से दुखी परिजनों ने जरूरतमंदों-दुखियों की सेवा का बीड़ा उठाया
RNE Network, Nokha.
नोखा के गांधी चौक निवासी सुमन पारीक का मात्र 45 वर्ष की उम्र में हृदय गति रुकने से असामयिक निधन हो गया। स्व सुमन परीक के असामयिक निधन पर एक बार पुनः परिवार जनों ने सार्थक और अनुकरणीय पहल करते हुवे मृत्युभोज न करने का निर्णय किया है।
परिवार जनों ने आज बारहवीं पर सुमन पारीक की यादों को चिरस्थायी बनाने के लिए उनके आदर्शों को तथा जुड़ी हुई संस्थाओं में कार्यों को आगे बढ़ाने का निर्णय किया है। चूंकि सुमन पारीक अपनाघर आश्रम, पारीक भवन पुष्कर, रामाश्रम सत्संगालय, श्री गंगागोशाला, नोखा आदि अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी हुई थी। ऐसे में परिवार ने क़रीब पाँच लाख का आर्थिक सहयोग दिया तथा मंत्रोचार द्वारा बारहवीं की रस्म परिवारजनों के मध्य समापन किया।
ज्ञात रहे कि क़रीब 2.5 वर्ष पूर्व भी परिवार के मुखिया स्व. बजरंगलाल पारीक के निधन पर भी मृत्यु भोज नहीं करके इसी तरह नेक कार्य करने वाली सामाजिक संस्थानों में क़रीब 11 लाख का आर्थिक सहयोग किया था। सुमन पारीक के पति पवनकुमार पारीक देश भर की अनेकों सामाजिक संस्थाओं में राष्ट्रीय पदाधिकारी है, तथा सामाजिक कुरतियों के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद करते रहते है।