Shridungargarh : नौलखा-पुगलिया बराबर, एक वोट खारिज, नौलखा टॉस से अध्यक्ष, पुगलिया धरने पर
RNE Network, Shridungargarh.
आचार, व्यवहार, धर्म के साथ ही सामाजिक संगठन और संस्कार में आमतौर पर आदर्श स्थापित करने वाले तेरापंथ धर्मसंघ की युवा इकाई से जुड़े चुनाव में इस कदर नाराजगियाँ सामने आई है कि एक पक्ष ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए अनशन शुरू कर दिया। समर्थक साथ आ बैठे और देखते ही देखते धरना शुरू हो गया।
मामला बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ का है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां गुरुवार को तेरापंथ युवक परिषद के चुनाव हुए। अध्यक्ष पद के लिए मनीष नौलखा, प्रदीप मालू, संजय पुगलिया व अमित बोथरा ने नामांकन किया। इनमें से अमित बोथरा एवं प्रदीप मालू ने नामांकन वापस ले लिया।
इतना कड़ा मुक़ाबला : 77 वोट, दो प्रत्याशी, दोनों बराबर
मुकाबला कितना कड़ा रहा इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि 77 सदस्यों ने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें से मनीष नौलखा एवं संजय पुगलिया दोनो को 38-38 वोट मिले। एक वोट खारिज हो गया और इसके बाद टॉस के आधार पर मनीष नौलखा को विजयी घोषित किया गया।
विवाद शुरू :
परिणामों की घोषणा के बाद ही दूसरे पक्ष ने एक वोट को गलत तरीके से खारिज करने का आरोप लगाते हुए तेरांपथ सेवा केन्द्र के बाहर धरना शुरू कर दिया। रात को ही धरनास्थल पर गद्दे बिछ गए एवं सुबह होते-होते टेंट भी लग गया। यहां धरने पर बैठे युवकों में से अशोक झाबक ने अनशन भी शुरू कर दिया है। समाज के वरिष्ठजनों ने धरने पर पहुंच कर समझाईश का प्रयास भी किया है लेकिन अभी तक मामला सुलझा नहीं है।
(कंटेन्ट फोटो साभार श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स)