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Nokha news : सुराणा नर्सिंग होम, वात्सल्य, जिला हॉस्पिटल के सोनोग्राफी सेंटर पर निरीक्षण

  • जॉइंट डायरेक्टर – सीएमएचओ ने किया नोखा के तीन सोनोग्राफी सेंटर तथा रासीसर-पलाना अस्पतालों का औचक निरीक्षण

RNE, BIKANER .

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा बीकानेर जोन के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ देवेंद्र चौधरी और सीएमएचओ डॉ मोहित सिंह तंवर ने नोखा के तीन सोनोग्राफी केंद्रों तथा रासीसर व पलाना अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। नोखा उपखंड के समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी डॉ तंवर ने जिला अस्पताल नोखा, सुराणा नर्सिंग होम तथा वात्सल्य फीटल मेडिसिन सेंटर में पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 के प्रावधानों अनुसार निरीक्षण किया।

उन्होंने फॉर्म एफ के संधारण, जीपीएस, ट्रैकर इत्यादि को गहराई से परखा। कहीं रिकॉर्ड में गर्भवतियों के पते संक्षिप्त व अपूर्ण पाए गए, इस पर उन्होंने पूर्ण आवासीय पते को दर्ज करते हुए रिकार्ड संधारित करने के निर्देश दिए।

तेज गर्मी के बावजूद गर्भवतियों की भीड़ को देखकर डॉ चौधरी ने तत्काल उनके बैठने की और कूलर इत्यादि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। निरीक्षण में जिला कार्यक्रम समन्वयक पीसीपीएनडीटी महेंद्र सिंह चारण व एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़ भी शामिल रहे।


टीम द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रासीसर तथा पलाना का भी औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने उपस्थित स्टाफ, दी जा रही सेवाओं, मासिक प्रसव, लू ताप घात को लेकर तैयारियां, मच्छरों की रोकथाम हेतु की जा रही एंटी लारवा गतिविधियों व अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम की गतिविधियों की समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दिए।

भीषण गर्मी के चलते समस्त स्टाफ की छुट्टियां रद्द : डॉ देवेंद्र चौधरी

भीषण गर्मी के मौसम में लू ताप घात की आशंका बनी हुई है ऐसे में चिकित्सक, नर्सिंग अधिकारी तथा अन्य स्टाफ बिना सक्षम अनुमति लिए अवकाश पर नहीं जाएंगे ना ही मुख्यालय छोड़ेंगे। यह कहना था संयुक्त निदेशक डॉ देवेंद्र चौधरी का, वे बाबा छोटू नाथ विद्यालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग ब्लॉक नोखा की मासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार द्वारा सख्त निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी अस्पताल लू ताप घात के मरीजों को तुरंत राहत प्रदान करने के लिए तैयार रहने चाहिए।

समस्त आवश्यक सामग्रियों दवाओ के साथ छाया, कूलर व ठंडे पानी की व्यवस्था भी अस्पतालों में होनी चाहिए। सीएमएचओ डॉ तंवर ने मुखबिर योजना की चर्चा करते हुए बताया कि गर्भ में लिंग जांच करने वालों की सूचनाएं जुटाने में प्रत्येक स्टाफ को योगदान देना होगा ताकि सूचना तंत्र मजबूत बने। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी गर्भवती महिला जिसके पहले से एक, दो या तीन बेटियां हैं तथा उसने 12 से 24 सप्ताह के बीच सोनोग्राफी करवाई है तो उसके प्रसव के परिणाम की ऑडिट की जाएगी। देखा जाएगा की उसके प्रसव हुआ, उसके जीवित जन्म हुआ या नहीं। गर्भपात होने की दशा में उसे केस की पड़ताल जिला स्तर से करवाई जाएगी।

बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने मातृ शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण इत्यादि से संबंधित कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की तथा सुधार के निर्देश दिए।

ब्लॉक सीएमओ डॉ कैलाश गहलोत द्वारा ब्लॉक नोखा की योजनावार व कार्यक्रम वार प्रगति प्रस्तुत की गई। बैठक में यूएनडीपी के योगेश शर्मा, जपैगो से जीवराज सिंह, एविडेंस एक्शन के सुनील सिंह, ब्लाक कार्यक्रम अधिकारी दिनेश रंगा, ब्लॉक हेल्थ सुपरवाइजर दिनेश आचार्य, अश्विनी व्यास, गणेश तलानिया सहित चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग अधिकारी तथा अन्य स्टाफ मौजूद रहे।