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राजस्थान के स्कूलों में ‘सूर्य नमस्कार‘ : जानिए स्टूडेंट्स के साथ अभ्यास कर क्या बोले दिलावर, आशीष मोदी

  • जयपुर के चौगान स्टेडियम में राज्य स्तरीय अभ्यास
  • सूर्य नमस्कार से सद्विचार आते, विकार भागते-शिक्षा मंत्री दिलावर
  • नख-शिख व्यायाम है सूर्य नमस्कार : डायरेक्टर मोदी

आरएनई, स्टेट ब्यूरो।

राजस्थान के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में गुरुवार को हजारों स्टूडेंट ने एक ही समय में सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया। राज्य स्तरीय अभ्यास जयपुर के चौगान स्टेडियम में हुआ। इसमें राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी सहित कई अधिकारियों ने स्टूडेंट्स के साथ सूर्य नमस्कार का अभ्यास किया।


यह बोले मंत्री दिलावर :

इस मौके पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा, ‘‘सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर एवं मन स्वस्थ रहता है। सद्विचार आते है और विकार दूर भागते हैं। जब मन में अच्छे विचारों का उद्गम होता है तो विकारों के लिए कोई जगह नहीं होती। इससे जीवन में किसी प्रकार की न्यूनता नहीं होगी और हम लगातार आगे बढ़ते जाएंगे।‘‘

विश्व स्तर पर योग स्थापित, सूर्य नमस्कार ‘योगसार’ :

शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर योग के महत्व को स्थापित किया है, उनकी पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिवर्ष 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी बदौलत विश्व के 100 से अधिक देशों ने योग को अपनाया है। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार समस्त योगों का सार और सर्वांग योग है, जो व्यक्ति नियमित तौर पर इसका पर्याप्त अभ्यास करते हैं, उनको किसी अन्य योग की जरूरत नहीं होती। इसके माध्यम से दैहिक, आत्मिक और बौद्धिक विकारों से मुक्ति पाकर जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है।

इसलिए भगवान सूर्य को नमस्कार :

दिलावर ने कहा कि भगवान सूर्य हमें ऊर्जा और उष्णता प्रदान करते हैं, सूर्य के बिना जीवन बहुत मुश्किल है, ऐसे में हम सभी की यह ड्यूटी बनती है कि हम उनकी आराधना करें, इसी उद्देश्य से आज प्रदेशभर के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में ‘सूर्य नमस्कार‘ के सामूहिक अभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किए गए। सूर्य सप्तमी के बाद भी स्कूलों में प्रतिदिन प्रार्थना सभा में सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया जाएगा।

डायरेक्टर मोदी ने बताया सर्वांग योग :

माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने कहा कि सूर्य पृथ्वी पर सभी के लिए ऊर्जा का एकमात्र स्वरूप और स्रोत है। सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर में बाल से नाखून तक सभी अंगों का व्यायाम होता है और स्वास्थ्य सम्बंधी दिक्कतों को दूर किया जा सकता है। कार्यक्रम में योग विशेषज्ञ निरंजन आर्य ने ‘सूर्य नमस्कार‘ का अभ्यास कराया। संयुक्त निदेशक मंजू शर्मा सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, कार्मिक, शिक्षक, अभिभावक, जनप्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र शर्मा ने किया।