WTC Ticket : कंगारु को 8 बार ऑल आउट कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हर हाल में जीतनी होगी!
“…सर्दियों के दिनों में बड़े आउट फील्ड वाले मैदानों में तेज उछाल वाली पिचों पर कम से कम चार टेस्ट मैच में कंगारु टीम को 8 बार ऑल आउट कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हर हाल में जीतनी ही होगी।” मनोज रतन व्यास के इसी आलेख से
RNE Sports Desk
कल रोहित शर्मा की टेस्ट टीम ऑस्ट्रेलिया के लम्बे दौरे के लिए रवाना होगी। ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया को 5 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है। ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को जीतने के साथ-साथ ही कोच गौतम गंभीर और रोहित शर्मा की नजरें 11 जून, 2025 को इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल पर रहेगी।
न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू पिचों पर 3 टेस्ट मैच में अप्रत्याशित हार के कारण वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पूरी टेबल ही बदल गई है। कीवी टीम से सीरीज से पूर्व टीम इण्डिया नंबर वन टेस्ट टीम थी, अब एक पायदान खिसक कर दूजे स्थान पर आ गई है। अगर न्यूजीलैंड को भारत एक या दो टेस्ट भी हरा देती तो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सब कुछ दांव पर नहीं लगता। अब रोहित शर्मा को लॉर्ड्स में फाइनल खेलने के लिए कंगारु टीम को उसके ही घर में कम से कम चार टेस्ट मैचों में हराना होगा, जो नामुमकिन तो नहीं है लेकिन बहुत मुश्किल है।
जून 2025 से पूर्व आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप 2023-2025 शेड्यूल के अब महज 18 टेस्ट मैच खेले जाने शेष हैं और फाइनल की रेस में इस समय पॉइंट टेबल के हिसाब से ऑस्ट्रेलिया, भारत, श्रीलंका, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका बनी हुई है। इंग्लैंड, पाकिस्तान, बांग्लादेश और वेस्ट इंडीज फाइनल में जगह बना पाए ऐसी संभावना लगभग न के बराबर है।
जो पांच टीम WTC फाइनल में जगह बना सकती है उनमें भारत को 5 टेस्ट ऑस्ट्रेलिया में खेलने है। ऑस्ट्रेलिया को 7 टेस्ट खेलने है, 5 भारत के खिलाफ और दो टेस्ट श्रीलंका के सामने श्रीलंका में खेलने है। श्रीलंका के चार टेस्ट बाकी हैं, दो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ और दो कंगारु टीम के सामने होम कंडीशन में खेलने हैं। न्यूजीलैंड को अपने घर में इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट खेलने हैं और साऊथ अफ्रीका के सिर्फ चार टेस्ट बाकी हैं, दो पाकिस्तान के खिलाफ और दो श्रीलंका के सामने होने बाकी हैं। अफ्रीका को बचे चारों टेस्ट अपने होम ग्राउंड्स में ही खेलने हैं।
भारत को WTC फाइनल का टिकट बुक करवाने के लिए ऑस्ट्रेलिया को उसके ही घर में सर्दियों के दिनों में ऑस्ट्रेलिया के बड़े आउट फील्ड वाले मैदानों में तेज उछाल वाली पिचों पर कम से कम चार टेस्ट मैच में कंगारु टीम को 8 बार ऑल आउट कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हर हाल में जीतनी ही होगी।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है। 2020-21की सीरीज में भारत ने 2-1 से सीरीज अपने नाम की थी, वहीं 2018-19 की सीरीज में भी भारत ने 2-1 से विजय हासिल की थी। भारत ने अब तक हुई सभी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में अधिकतम दो टेस्ट ही जीते हैं और इस बार तो लक्ष्य चार टेस्ट जीतने का है।
भारत को अगर ऑस्ट्रेलिया में 4-0 का माइलस्टोन छूना है तो विराट कोहली को असाधारण खेल दिखाना होगा, कोहली इस वक़्त खराब फार्म से गुजर रहें हैं। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का कहना है कि कोहली की फार्म में कोई दिक्क़त नहीं है। उनके पैर ठीक चल रहें हैं, फुट वर्क में कोई दिक्क़त नहीं है, गेंद को सही रीड कर पा रहें हैं। लिटिल मास्टर सन्नी गावस्कर का कहना है कि कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ भी 70 रनों की बेहतरीन पारी खेली थी, किंग कोहली को बस थोड़े से लक फैक्टर की जरूरत है। गावस्कर का कहना है मुझे पूरी उम्मीद है कि कोहली अपने बल्ले से हर आलोचक को करारा जवाब देंगे।
देखना होगा 22 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में टीम इण्डिया कैसा आगाज करती है और अगर टीम इण्डिया ऑस्ट्रेलिया में उम्मीद के मुताबिक परफॉरमेंस नहीं कर पाती है तो भारत WTC की रेस से बाहर हो जाएगा और भारत की टेस्ट टीम में से कम से कम तीन सीनियर खिलाड़ियों की विदाई तय हो जाएगी।