Rajasthan Education : Bikaner में कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन धरना लगाया
- मंत्रालयिक संवर्ग की डीपीसी एवं काउंसलिंग की मांग पर अनिश्चितकालीन धरना
RNE Bikaner.
बार-बार नियमित डीपीसी और काउंसलिंग से पदस्थापन की मांग कर रहे शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की मांग पर वांछित कार्यवाही नहीं होने से नाराज कर्मचारियों ने शिक्षा निदेशालय के आगे धरना शुरू कर दिया है।
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष कमलनारायण आचार्य के नेतृत्व में शुरू किए गए इस धरने को अनिश्चितकालीन बताया गया है। पहले दिन धरने पर जहां संगठन के पदाधिकारी और नेता बैठे वहीं शिक्षक नेता महेंद्र पांडे सहित कई नेता धरनास्थल पर पहुंचे।
कर्मचारी नेता कमल आचार्य ये बोले :
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य ने बताया कि संगठन की ओर से बार-बार ज्ञापन, धरने की चेतावनी देने, वार्ता होने के बाद भी नियमित डीपीसी में देरी की जा रही है। इससे कर्मचारियों को हर महीने हजारों रुपए का आर्थिक नुकसान हो रहा है। इससे इतर दूसरे विभागों में मंत्रालयिक वर्ग की लगातार डीपीसी हो रही है। ऐसे में मजबूरन आंदोलन के रास्ते पर उतरना पड़ रहा है।
ये हैं कर्मचारियों की मांग :
स्कूल शिक्षा विभाग में संस्थापन अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ सहायक एवं कनिष्ठ सहायक के पदों की 2023-24 तक की रिव्यू डीपीसी हो।
इसके बाद 2024-25 की नियमित डीपीसी जिसमें लोक सेवा आयोग से चयनित 1986 के कार्मिकों, पंचायत राज विभाग से आये कार्मिकों, दिव्यांगजनों के प्रकरणों को निस्तारित करें।
इसके साथ ही केडर रिव्यु के आधार पर 01.04.2017, 01.04.2023 से संशोधित पदों तथा नवसृजित जिलों के कार्यालयों में मंत्रालयिक संवर्ग के नवसृजित पदों को शामिल करते हुए अविलम्ब पदस्थापन ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया से करें।शत-प्रतिशत पदों को प्रदर्शित कर, कार्यवाही की जाएं।
ये रहे मौजूद :
संघ के प्रदेश संस्थापक मदन मोहन व्यास, प्रदेश परामर्शक विष्णु दत पुरोहित, प्रदेश महामंत्री ओम प्रकाश बिश्नोई, बंशीलाल जोशी, जगदीश प्रसाद सुथार, कमल नयन सिंह, पुनमचन्द, धनराज सांखला, उमेश कुमार हर्ष, हिमांशु खत्री, दीपक लेखाला, महेन्द्र कुमार पाण्डे, किशोर पुरोहित, देवराज जोशी, श्यामसुन्दर ओझा,
जितेन्द्र गहलोत, शशि कुमार चैधरी, कैलाश ओझा, हंसराज ओझा, शिव प्रकाश छंगाणी, रामदेव ओझा, भंवरलाल जोशी, रामचन्द्र वाल्मिकी, योगेश जोशी, विजय शर्मा, रामसिंह सिसोदिया, शरद चैधरी, ओम प्रकाश शर्मा, विजय कुमार ओझा, उमेश आचार्य, गोविन्द नारायण श्रीमाली, राजेश पारीक एवं गिरजाशंकर आचार्य आदि शामिल रहे।