
संघ ने फिर कहा, ‘ इंडिया’ क्यों, सिर्फ भारत ही हो …, होसबोले ने कहा, जब नाम भारत तो यही बोला जाये, मुद्दा बनाया
RNE Network
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( आरएसएस ) ने देश के नाम पर बहस को फिर से हवा देते हुए इसे भारत कहे जाने की वकालत की है। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने नई दिल्ली के एक कार्यक्रम में कहा कि अगर देश का नाम भारत है तो इसे ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।अंग्रेजी में यह इंडिया है और भारतीय भाषाओं में भारत .. फिर कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया क्यों है? यह सवाल उठाया जाना चाहिए। इसे ठीक किया जाना चाहिए।
होसबाले ने जिक्र किया कि दिल्ली में हुए जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान, राष्ट्रपति भवन के निमंत्रण पत्र और 26 जनवरी को प्रधानमंत्री के निमंत्रण पत्र पर अंग्रेजी में भारत गणराज्य लिखा हुआ था।होसबाले के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम अपने देश को भारत, इंडिया और हिन्दुस्तान कहते हैं। कोई भी जिस नाम से पुकारना चाहता है, वह पुकार सकता है।
सीपीआई सांसद पी संतोष कुमार ने कहा कि इसे विवादास्पद विषय बनाने का कोई मतलब नहीं है। आरएसएस अपने नाम से अंग्रेजी शब्द क्यों नहीं हटा लेता। कांग्रेस सांसद के सुरेश ने कहा कि यह आरएसएस की सोच है, वे इंडिया नहीं केवल भारत चाहते हैं। देश के लोगों को संघ की यह नीति स्वीकार नहीं।