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मोदी ने जीता मन : मोदी के ‘याराना’ अंदाज पर फिदा खिलाड़ी बोले-पीएम यानी ‘परम-मित्र’

  • बीकानेर के तीरंदाज श्याम सुंदर ने कहा, महाराजा करणीसिंह के 40 साल बाद ओलंपिक भागीदारी की खुशी

 

RNE Network.

पैरा ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने सात गोल्ड सहित 29 मैडल जीते हैं लेकिन इन खिलाड़ियों का दिल किसी ने जीता तो वह है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बातें। खिलाड़ियों से बातें करते हुए पीएम मोदी इतने मित्रवत हो गये कि लगा कि उनके हमउम्र दोस्त हैं। कभी उलाहना, कभी सराहना।

किसी के हिस्से में आया पीएम का प्यारभरा तंज तो कोई मोदी से बातें कर भूल गया मैडल न जीतने का रंज। मोदी के इस ‘याराना’ अंदाज से प्रफुल्लित होकर डिस्कस थ्रो में रजत पदक जीतने वाले योगेश कथुनिया तो कह बैठे, हमारे लिये ‘पीएम’ का मतलब प्रधानमंत्री नहीं ‘परम मित्र’ है।

पैरा तीरंदाजी में भागीदारी करने वाले बीकानेर के श्यामसुंदर स्वामी पीएम से बात करते भावुक हो गए। स्वामी बोले, बीकानेर के महाराजा डॉक्टर करणीसिंह जी पांच बार ओलंपिक में गया। इसके 40 साल बाद मुझे ओलंपिक में भागीदारी के मौका मिला।

दरअसल पेरिस पैरालिंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय पैरा-एथलीटों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के अपने अनुभव साझा किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर पेरिस पैरालिंपिक के भारतीय दल से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया, युवा मामले और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे और भारतीय पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष देवेंद्र झाझड़िया भी मौजूद थे।

सब्जी के ठेला लगाने वाले के ओलंपियन बेटे की कहानी : 

श्याम सुंदर स्वामी के कोच कोच अनिल जोशी बताते हैं कि स्वामी के पिता सब्जी का ठेला लगाते हैं, लेकिन अपने बेटे के सपनों को पूरा करने में हरसंभव मदद करते हैं। इस बार उम्मीद थी कि वह पदक जीतेगा तथा देश और बीकानेर का नाम रोशन करेगा। पहला मैच में वह थायलैंड के कॉमसन सिंगपिरॉम के साथ बहुत ही नजदीकी मुक़ाबले में पिछड़ गया। स्वामी को पूरी उम्मेद है कि उसे अगले बार अवसर मिलेगा और पूरी तैयारी के साथ वह मैडल पर निशाना लगाएगा।