Skip to main content

आज से शुरू होगा भीलवाड़ा में यह नाट्य महोत्सव, 9 से 13 जनवरी तक होंगे नाट्य मंचन

RNE Network

भरतमुनि के नाट्य शास्त्र की ‘ पंचम वेद ‘ के नाम से 1000 साल बाद हिंदी में टीका करने वाले नाट्य गुरु, नाटककार, राजस्थानी कवि, आलोचक डॉ अर्जुन देव चारण के सम्मान में होगा इस बार का ‘ भीलवाड़ा नाट्य महोत्सव 2025 ‘। भीलवाड़ा में यह समारोह हर साल आयोजित होता है।

9 से 13 जनवरी तक आयोजित होने वाले नाट्य समारोह में राजस्थानी व हिंदी के कुल 11 नाटक मंचित होंगे। इनमें 6 नाटक राजस्थानी के मंचित होंगे। डॉ चारण ने अपना पूरा जीवन रंगमंच व खासकर राजस्थानी रंगमंच को समर्पित किया हुआ है। वे राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, दिल्ली के कार्यकारी अध्यक्ष व राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, जोधपुर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में डॉ चारण साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के राजस्थानी भाषा परामर्श मंडल के संयोजक हैं।

भोपा भैंरुनाथ से आज होगी शुरुआत:

भीलवाड़ा नाट्य महोत्सव की शुरुआत आज नाटक ‘ भोपा भैरूनाथ ‘ से होगी। समारोह में गवाड़ी, खबसूरत बहू, दुलारी बाई, बलिदान, गोरधन के जूते, टाइपिस्ट, एलबम, एक अमृता, गांधारी व बूढ़े बोल नाटकों का मंचन होगा।