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स्ट्रीट फूड पर एक्शन: डीसी वंदना सिंघवी के तेवर का असर, 08 दुकानों से सैंपल लिये, पांच दिन चलेगा पूरे शहर में होगी जांच

आरएनई, बीकानेर।

शहर में जगह-जगह ठेले लगाकार खाने-पीने की चीजें बेचने वालों ने सड़ा-गला, क्वालिटी में खराब खाना बेचा तो खैर नहीं होगी। बीकानेर में आज से इन सभी की जांच का विशेष अभियान शुरू हो गया है। इसकी शुरूआत पीबीएम हॉस्पिटल के सामने से हो गई है। पहले दिन आठ जगह से सैंपल लिये गए हैं।

हालात देख उखड़ी थी संभागीय आयुक्त वंदना:
दरअसल मंगलवार को संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी पीबीएम हॉस्पिटल का निरीक्षण करने अचानक पहुंची थी। वे हॉस्पिटल में गंदगी से तो नाराज हुई ही थीं इस परिसर के आस-पास बिक रही खाने-पीने की चीजों को देखकर भी त्यौंरियां चढ़ा ली। खुले में बिक रहे ज्यूस और शर्बत में डाले जा रहे पानी की गुणवत्ता पर संदेह हुए। ऐसे में कमिश्नर ने हाथोंहाथ फूड एंड हैल्थ ऑफिसर की टीम को मौके पर बुला लिया।

इस टीम ने ये किया काम:
कमिश्नर के निर्देश पर मौके पर पहुंची टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी भानूप्रतापसिंह, श्रवणकुमार वर्मा और सुरेन्द्र कुमार की टीम ने हाथोंहाथ जांच शुरू कर दी। हॉस्पिटल और इसके आस-पास खाने की दुकानों पर सैंपल लेने का क्रम शुरू हुआ तो एकबारगी हड़कंप मच गई। कुछ ठेले वाले अपने ठेले लेकर चल निकल गये।

शहबाज के शरबत, निसार की दाल सहित इनके सैंपल:
पीबीएम जनाना हॉस्पिटल गेट के आगे शहबाज ज्यूस कॉर्नर नामक दुकान में बिकने के लिए पड़े लगभग 15 लीटर पाइनेपल क्रश, गले हुए फल नष्ट करवाये। इसी दुकान पर बगैर मैन्युफेक्चरिग डेट वाले 5.25 लीटर शाही गुलाब शरबत को नष्ट करवाया। इन दोनों का नमूना भी लिया।

ये लिये सैंपल:
इमरान चाय सेंटर से दूध, सन्नी दा ढाबा से दाल, बालाजी ज्यूस सेंटर से पपीता शेक, भोमियाजी भोजनालय से कढ़ी, रामावत स्टैंडर्ड मार्ट से दही और हितकरणी सिक्योरिटी सर्विसेज से मैगो ड्रिंक।

अगले पांच दिन लगातार होगी जांच:
मंगलवार को शुरू हुआ जांच का यह अभियान अगले पांच दिन तक जारी रहेगा। इस दौरान शहर के लगभग हर हिस्से में टीमें जाएगी और स्ट्रीट फूड बेचने वालों के सामान की जांच करेगी। इसके साथ ही फूड लाइसेंस की भी जांच होगी।