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IIAS के पहले भारतीय अध्यक्ष बने वी.श्रीनिवास, चुनाव में ऑस्ट्रिया को हराया

  • India wins Presidency of International Institute of Administrative Sciences
  • Secretary DARPG V.Srinivas Elected IIAS President

RNE New Delhi.

देश के लिए एक बड़ी खुशी और गर्व की बात है कि राजस्थान कैडर के आईएएस ऑफिसर V.Srinivas अंतरराष्ट्रीय प्रशासनिक विज्ञान संस्थान (IIAS) के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। इसके लिए हुई वोटिंग में उन्होंने ऑस्ट्रिया के कैंडिडेट को भारी वोटों से हराया। इसके साथ ही इस संस्था के 100 वर्षीय इतिहास में यह पहला मौका है कि जब वी.श्रीनिवास के रूप में कोई भारतीय अध्यक्ष बना है। Brussels में इस चुनाव कुल 141 वोट पड़े। इनमें से वी.श्रीनिवास को 87 एवं ऑस्ट्रिया के प्रत्याशी को 54 वोट मिले। ऐसे में वे अब 2025-2028 की अवधि के लिए आईआईएएस की अध्यक्षता करेंगे।

पहले जानिए क्या है IIAS और भारत की इसमें क्या भूमिका :

अंतर्राष्ट्रीय प्रशासनिक विज्ञान संस्थान (IIAS) 31 सदस्य देशों, 20 राष्ट्रीय वर्गों और 15 अकादमिक अनुसंधान केंद्रों का एक संघ है जो सार्वजनिक प्रशासन पर वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए संयुक्त रूप से सहयोग करते हैं। प्रमुख सदस्य देशों में भारत, जापान, चीन, जर्मनी, इटली, कोरिया, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, स्विट्जरलैंड, मैक्सिको, स्पेन, कतर, मोरक्को, इंडोनेशिया आदि शामिल हैं।

IIAS संयुक्त राष्ट्र के साथ घनिष्ठ कार्य संबंध बनाए रखता है, और संयुक्त राष्ट्र की लोक प्रशासन पर विशेषज्ञों की समिति (CEPA) और संयुक्त राष्ट्र लोक प्रशासन नेटवर्क (UNPAN) में भाग लेता है। जबकि आईआईएएस, संयुक्त राष्ट्र का औपचारिक रूप से संबद्ध निकाय नहीं है, यह लोक प्रशासन में संयुक्त राष्ट्र के कार्य से सक्रिय रूप से जुड़ा है।

कब हुआ नामांकन, कहां हुए चुनाव :

आईआईएएस के 2025-2028 के अध्यक्ष पद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2024 में सचिव डीएआरपीजी वी. श्रीनिवास की भारतीय उम्मीदवारी को नामित किया। आईआईएएस अध्यक्ष पद के लिए सुनवाई फरवरी 2025 में भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। भारत, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रिया और बहरीन अर्थात् चार देशों ने 2025-2028 की अवधि के लिए आईआईएएस अध्यक्ष पद के लिए अपने नामांकन प्रस्तुत किए और आईआईएएस की प्रशासन परिषद के समक्ष सुनवाई में भाग लिया, जो वार्षिक आईआईएएस सम्मेलन 2025 के दौरान आयोजित की गई थी। सुनवाई के बाद, भारत, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रिया की उम्मीदवारी को प्रशासन परिषद द्वारा अगले दौर के लिए आईआईएएस की आम सभा को भेज दिया गया। दक्षिण अफ्रीका ने मई 2025 में अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। 3 जून, 2025 को भारत और ऑस्ट्रिया के बीच चुनाव हुआ जिसमें 141 वोट पड़े, जिनमें से भारत को 87 वोट (61.7 प्रतिशत वोट) और ऑस्ट्रिया को 54 वोट (38.3 प्रतिशत वोट) मिले। भारत की उम्मीदवारी को सभी सदस्यों से व्यापक समर्थन मिला।

22 की उम्र में IAS बनने के बाद आज इस पद पहुंचे V.Shrinivas :

वी.श्रीनिवास 22 साल की उम्र में IAS बन गए थे। राजस्थान केडर के ये IAS राजस्थान में विभिन्न पदों पर रहने के साथ ही फिलहाल सचिव डीएआरपीजी हैं। इन्होंने विदेश मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय के साथ AIIMS, दिल्ली के डिप्टी डायरेक्टर रहते हुए प्रशासनिक सुधार के बेहतरीन काम किए। वी. श्रीनिवास का जन्म 1 सितंबर 1966 में तेलंगाना में हुआ। उस समय तेलंगाना आंध्र प्रदेश का हिस्सा था। उनकी मां उस समय अपने क्षेत्र की पहली महिलाओं में से रहीं जिन्होंने वकालत की डिग्री हासिल की। वी.श्रीनिवास के पिता एन्टोमोलॉजिस्ट थे जो नेशनल मलेरिया इरैडिकेशन प्रोग्राम के लिए काम किया करते थे। इसी सिलसिले में पूरा परिवार अरावू वैली के मलेरिया से जूझ रहे एक गांव में रहता था।

Alexander Balthasar जिन्हें वी श्रीनिवास ने हराया :

Alexander Balthasar सिगमंड फ्रायड प्राइवेट यूनिवर्सिटी में पूर्ण प्रोफेसर और सह-निदेशक तथा ऑस्ट्रियाई रक्षा मंत्रालय के कानूनी सलाहकार है। प्रो. डॉ. बालथासर ने ऑस्ट्रियाई संघीय चांसलरी में वरिष्ठ पदों पर कार्य किया है, राज्य संगठन और प्रशासनिक सुधार संस्थान के प्रमुख के रूप में कार्य किया है, तथा कई यूरोपीय और अंतर्राष्ट्रीय निकायों में ऑस्ट्रिया का प्रतिनिधित्व किया है। तीन दशकों से अधिक की सार्वजनिक सेवा और शैक्षणिक अनुभव वाले विद्वान, उन्होंने संवैधानिक कानून, प्रशासनिक सुधार और लोकतांत्रिक शासन पर व्यापक रूप से प्रकाशन किया है। 2022 से, उन्होंने पश्चिमी यूरोप के लिए IIAS के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया है।

Voruganti Srinivas भारत के पहले IIAS अध्यक्ष :

कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के अंतर्गत प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग तथा पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग में भारत सरकार के सचिव। 1989 से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सदस्य, वे 36 वर्षों से अधिक का अनुभव लेकर आए हैं, जिसमें भारत सरकार में 21 वर्ष और राजस्थान सरकार में 14 वर्ष शामिल हैं। उनके अंतर्राष्ट्रीय अनुभव में वाशिंगटन, डीसी में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में कार्यकारी निदेशक (भारत) के सलाहकार के रूप में कार्य करना और ब्रुसेल्स में अंतर्राष्ट्रीय कपास सलाहकार समिति और अंतर्राष्ट्रीय प्रशासनिक विज्ञान संस्थान जैसे संगठनों में भारत का प्रतिनिधित्व करना शामिल है। उन्होंने भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार के महानिदेशक, राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (एनसीजीजी) के महानिदेशक, राजस्थान के राजस्व बोर्ड के अध्यक्ष और राजस्थान कर बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख नेतृत्व भूमिकाएँ भी निभाई हैं।