बेनीवाल के ज्वाइनिंग की इनसाइड स्टोरी: सुबह गहलोत से मुलाकात, शाम को ज्वाइनिंग, प्रदेश उपाध्यक्ष बने रहेंगे
RNE, BIKANER .
कांग्रेस से बगावत कर लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल ने शनिवार को फिर से कांग्रेस ज्वाइन कर ली। प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने उन्हें पार्टी ज्वाइन करवाई। इसके साथ ही सभी नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बीकानेर में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए कहा। इस मौके पर बेनीवाल ने भी कहा, मन में किसी के प्रति कोई मलाल नहीं है। सभी के साथ मिलकर पार्टी के लिए काम करेंगे। अपने परिवार से कुछ दिन के लिए ही दूर गया था। लौट आया।
बड़ी बात :
वीरेन्द्र बेनीवाल की कांग्रेस में वापसी के साथ ही पार्टी छोड़ने से पहले उनके पास प्रदेश उपाध्यक्ष का पद था। बेनीवाल पार्टी में शामिल होने के साथ ही वापस प्रदेश उपाध्यक्ष पद भी संभालेंगे।
टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ी ताकत दिखाई :
लूणकरणसर से टिकट नहीं मिलने पर नाराज वीरेन्द्र बेनीवाल ने अपने समर्थकों की सभा बुलाई और निर्णय उन पर छोड़ा। बड़ी संख्या में जुटे समर्थकों ने चुनाव लड़ने का आग्रह किया तो निर्दलीय के तौर पर मैदान में ताल ठोक दी और 29895 वोट लिये।
महीनेभर से वापसी के प्रयास चल रहे थे :
लोकसभा चुनाव की दस्तक के साथ ही पार्टी के कई नेता वीरेन्द्र बेनीवाल की वापसी चाहते थे। लगभग एक महीने से प्रयास भी चल रहे थे। ऐसे में होली स्नेह मिलन के बहाने बेनीवाल ने एक बार फिर समर्थकों के साथ बड़ी मीटिंग की। समर्थकों ने उनके निर्णय में साथ होने का आश्वासन दिया।
गहलोत बीकानेर आये, बात हुई :
लोकसभा प्रत्याशी गोविंदराम मेघवाल की नामांकन सभा को संबोधित करने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंदसिह डोटासरा, प्रभारी सुखजिंदरसिंह रंधावा आदि बीकानेर आये। उस वक्त भी गहलोत की बेनीवाल से फोन पर बात हुई। बाकी नेताओं ने भी बेनीवाल की वापसी पर सहमति दी। आज सुबह जयपुर में फिर पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत से बेनीवाल की लंबी बातचीत हुई और पार्टी में वापसी पर निर्णय हो गया। हालांकि यह कार्यक्रम एकाध टलना था लेकिन शाम को कोटा से लौटै प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने आज ही ज्वाइन करने की बात कही और आनन-फानन में बेनीवाल की घर वापसी हो गई।