16 मार्च के बाद एक बारी पानी की आवश्यकता, चार में से दो ग्रुप में एक बार पानी दें
- शेखावत ने मुख्य अभियंता से बात की, कहा- निकालेंगे समाधान
- पानी नहीं मिला तो, गेहूं, चना सरसों एवं लेट बिजाई की फसलें नहीं बच पाएंगी
- पूगल ब्रांच पर चल रहा है किसानों का धरना
आरएनई, बीकानेर।
अगर 16 मार्च के बाद एक बारी पानी और नहीं मिला तो पिछेती बिजाई वाली फसलें बर्बाद हो जाएगी। किसानों की यह चिंता कितनी बड़ी है इसका अनुमान इसीसे लगाया जा सकता है कि यह बात केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को बताने शुक्रवार देर रात खाजूवाला विधायक डॉक्टर विश्वनाथ मेघवाल रुणीचा गये। शेखावत ने भी समस्या को गंभीरता से लिया और तुरंत अधिकारियों से बात की। कहा, कोई न कोई समाधान जरूर निकलेगा।
खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से रुणिचा में मुलाकात कर कहा कि वर्तमान जल वितरण कार्यक्रम के अनुसार 20 फरवरी से 16 मार्च के बीच जो पानी मिलेगा, वो हाड़ी का आखिरी पानी होगा। इसके बाद गेहूं, चना सरसों एवं लेट बिजाई की फसलें नहीं बच पाएंगी। उन्होंने कहा कि गर्मी के बढ़ते प्रकोप के कारण भी फसलों को जल्दी पानी की जरूरत होगी, अन्यथा नुकसान की संभावना होगी। उन्होंने 16 मार्च के बाद एक बारी पानी की आवश्यकता को देखते हुए चार में से दो ग्रुप में एक बार पानी देने की मांग की। डॉ. मेघवाल ने आग्रह किया कि बीबीएमबी को इसके लिए निर्देशित किया जाए, जिससे राजस्थान के लिए पानी की आपूर्ति हो और फसलों की नुकसान से बचाया जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने मुख्य अभियंता से की तत्काल बात, कहा-निकालेंगे उचित समाधान
खाजूवाला विधायक ने बताया कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने उनकी मांग पर तत्काल आईजीएनपी के चीफ इंजीनियर अमरजीत मेहरड़ा से दूरभाष पर बात की और सकारात्मक कार्यवाही के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि बीबीएमबी अध्यक्ष से इस संबंध में चर्चा की जाएगी और मांग का उचित समाधान करते हुए अतिरिक्त पानी देने का प्रयास किया जाएगा। इस दौरान खाजूवाला विधायक ने पूगल ब्रांच में चल रहे किसानों के धरने के बारे में भी बताया।