Haryana Weather : हरियाणा में चार सितंबर तक सक्रिय रहेगा मानसून, आज इन जिलों में होगी भारी बारिश
मौसम प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से मानसून में जबरदस्त तरीके से सक्रियता देखने को मिल रही है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि सितंबर महीने में भी 4-5 पश्चिमी विक्षोभसक्रिय होंगे और बंगाल की खाड़ी और अरब सागर पर दो कम दबाव के क्षेत्र बनने से बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
अगस्त की तरह सितंबर महीने में दिन और रात के तापमान सामान्य से नीचे बने रहेंगे। 4 सितम्बर तक मानसून सक्रिय बना रहेगा। उसके बाद मानसून टर्फ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों के तराई क्षेत्रों पर जाने की संभावना बन रही है। सितंबर के दूसरे सप्ताह में एक बार फिर बारिश की गतिविधियों में कमी देखने को मिलेगी। हालांकि इस दौरान कहीं-कहीं बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।
अगस्त में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज हुई, वहीं सितम्बर में भी सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना बन रही है। हरियाणा, एनसीआर और दिल्ली में मानसून की वापसी तकरीबन 15-20 सितंबर के आसपास मानी जाती है। सितंबर में भी पहले पखवाड़े में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी, हालांकि दूसरे सप्ताह में मानसून कमजोर बना रहेगा। केवल खंड बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। तीसरे सप्ताह में मानसून की वापसी के दौरान हल्की बारिश की संभावना बन रही है।
मंगलवार को इन जिलों में होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को प्रदेशभर में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जहां पर तीन जिलों में भारी से भारी बारिश व दस जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि नौ जिलों में येलो अलर्ट जारी रहेगा। ऐसे में मौसम विभाग ने प्रदेश के हर जिलें में बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार पंचकूला, अंबाला व यमुनानगर में भारी से भारी बारिश होगी। इसलिए इन जिलों में लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है। इसी तरह कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, जींद, कैथल में मध्यम तेज बारिश की संभावना जताई है। वहीं सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, पलवल, मेवात में भी बारिश होने की संभावना जताई है। इन जिलों में सामान्य बारिश की उम्मीद है।
मानसून सीजन में अब तक 32 प्रतिशत ज्यादा बारिश
अभी तक सीजन के दौरान 465.7 एमएम बारिश दर्ज हुई है जबकि इस दौरान 353.6 एमएम सामान्य बारिश दर्ज होती है, जो सामान्य से 32% अधिक हुई है। सम्पूर्ण राज्य लगातार दिन और रात के तापमान सामान्य से नीचे बने हुए हैं। अगस्त में हिसार में 160.5 एमएम बरसात हुई। सामान्यतः यह 95.3 एमएम होती है। अगस्त में भी सामान्य से 68.8% अधिक बरसात दर्ज की है। में