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कांग्रेस के बाप से गठबंधन की घोषणा, बीजेपी के मिशन 25 में सेंध लगने के आसार

RNE, NETWORK .

लोकसभा चुनावों से एनवक्त पहले जादूगर अशोक गहलोत की ‘गुगली’ ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी ने भारत आदिवासी पार्टी यानी बाप से गठबंधन करने की घोषणा से बीजेपी के मिशन 25 में सेंध लग सकती है। इससे पहले कांग्रेस ने सीकर और नागौर सीट पर इंडिया गठबंधन के लिए छोड़ दी थी।

काफी ऊहापोह के बाद अब डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट से प्रत्याशी नहीं उतारने का ऐलान कर दिया। सियासी जानकारों का कहना है कि गहलोत बाप से गठबंधन के पक्ष में थे। गहलोत की दबाव के चलते ही पार्टी आलाकमान ने बाप से गठबंधन किया है। जबकि स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के नेता इसका विरोध कर रहे थे। गहलोत की चतुराई से बीजेपी की राजस्थान में बीजेपी के क्लीन स्वीप पर विराम लग सकता है।

सियासी जानकारों का कहना है कि राजस्थान में 7-8 सीटें बीजेपी के हाथ से निकल सकती है। चूरू, सीकर, झुंझुनूं, नागौर, टोंक सवाई माधोपुर, उदयपुर, अलवर, अजमेर और अब डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट पर पेच फंस सकता है। मोदी-अमित शाह की जोड़ी राजस्थान में कांग्रेस को शून्य पर आउट कर पाएगी, इसमें संशय है।

बता दें 2019 में जब सचिन पायलट की बगावत से गहलोत सरकार के गिरने का खतरा बढ़ गया था, उस समय बाप के विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया था। इस लिहाज से गहलोत बाप से गठबंधन करने इच्छुक थे। राजकुमार रौत गहलोत को सम्मान करते है। बता दें डूंगरपुर-बांसवाड़ा से राजकुमार रौत से ही बीजेपी की फाइट होगी।