मोहता रसायनशाला के श्रमिकों ने गांधी प्रतिमा के आगे मौन रखकर विरोध जताया
RNE Bikaner.
अपनी 19 मांगों को लेकर आक्रोशित मोहता रसायनशाला के श्रमिकों ने गांधी जयंती के दिन गांधी प्रतिमा के आगे मौन प्रदर्शन कर यूनियन के अध्यक्ष प्रभात कुमार गज्जानी और महासचिव अब्दुल रहमान कोहरी के नेतृत्व में आंदोलन का आगाज किया।
यूनियन के महासचिव अब्दुल रहमान कोहरी ने बताया, मोहता रसायन शाला प्रबंधन को दिए मांग-पत्र पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाने से श्रमिक आहत हैं। प्रबंधन के हठधर्मितापूर्वक रवैया अपनाने से अब आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है।
उन्होंने बताया कि मोहता रसायन शाला प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में आयुर्वेदिक दवा निर्माण एवं गुणवत्ता के लिए जानी जाती है। इसमें श्रमिकों का महत्वपूर्ण योगदान है। वर्तमान प्रबंध इस गुणवत्ता को बनाए रखने के श्रमिक प्रयासों को आधुनिकीकरण के नाम पर चीन निर्मित मशीनों के जरिए दवा उत्पाद करना चाहता है।
स्वदेशी और राष्ट्रीयता की बात आयुर्वेदिक क्षेत्र में भुलाई जा रही है। प्रबंधन श्रमिकों का शोषण करने पर उतारू है। ऐसे में श्रमिकों ने बापू के बताए मार्ग पर चलकर अपने मांग पत्र के समर्थन में उपवास रखा है। उम्मीद है प्रबंधन का हृदय परिवर्तन होगा और वे सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएँगे।