Ayodhya के 55 घाटों पर 28 लाख दीयों का वर्ल्ड रिकॉर्ड
- जब राम वन से आए होंगे शायद तब ही अयोध्या में इतने दीये जले होंगे
RNE Network.
सरयू नदी पर जहां तक नजर जाती है पानी पर रोशनी तैरती दिख रही है। दूर तक झिलमिलाती दीपकों की झालरें मानों जलतरंग पर सवार होकर संदेश दे रही, देखो फिर अयोध्या में राम आए हैं। अपने भव्य मंदिर में 500 साल बाद बिराजे हैं।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद पहली दीपावली का यह नजारा संभवतया वैसा ही होगा जब राम वनवास से लौटे होंगे। तब भी इतने दीये जलेंगे जितने आज जगमगा रहे हैं। आज कितने दीये हैं, इसकी गिनती करने का भी एक वैज्ञानिक तरीका तलाशा गया और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम अयोध्या में आ जुटी।
प्रारम्भिक तौर पर सामने आया है कि सरयू के 55 घाटों पर 28 लाख दीप झिलमिलाये हैं। मतलब यह कि एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया। इस मौके पर सीएम योगी ने राम मंदिर में पहला दीप जलाकर दीपोत्सव का शुभारंभ किया और 1600 अर्चकों ने सरयू आरती की।
यूं पुष्पक विमान से आए राम :
अयोध्या में बकायदा राम के वनवास से लौटने के दृश्य साकार हुए। भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के साथ पुष्पक विमान से अपनी अयोध्या नगरी पहुंचे। सीएम योगी ने उनका स्वागत किया।
भगवान रथ पर सवार हुए तो योगी ने राम रथ खींचा। प्रभु राम को रामकथा पार्क लाया गया। यहां योगी ने राम की आरती उतारी और राज तिलक किया। स्वागत में जगह-जगह कलाकार नृत्य करते नजर आए।
योगी का आह्वान, मथुरा-काशी भी अयोध्या जैसी दिखे :
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा, ये सनातन धर्म का विश्वास है। अयोध्या जैसी मथुरा-काशी दिखनी चाहिए। सनातन धर्म ने कभी किसी का अहित नहीं किया, सबको गले से लगाया। जो भी मानवता के मार्ग में बैरियर बनेगा, उसकी वही दुर्गति होनी है, जो यूपी के माफियाओं की हुई।
केंद्रीय मंत्री शेखावत बोले- भारत का सूर्य फिर उदय हुआ
वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा- 1528 में मीर बाकी ने भगवान राम के मंदिर को तोड़ा, तब से भारत के सौभाग्य का सूर्य अस्त हो गया। तब से लेकर हम निरंतर पतन के रास्ते पर चलते हुए उस मुकाम पर आ गए थे कि भारत की पहचान पूरे विश्व में भूली-बिसरी हो गई थी। राम मंदिर के निर्माण से भारत का सूर्य फिर उदय हो गया है।