रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों के बीच विवादित सीमा को लेकर सैनिकों में झड़प हो सकती है
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खुफिया एजेंसियों ने आशंका जताई है कि भारत और चीन के सैनिको में झड़प हो सकती हैं। लद्दाख में दोनों देशों के सैनिकों के पिछले कई दिनों से हो रहे जमावड़े को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। अमेरिकी एजेंसियों का मानना है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के करीब दोनों ही देशों के सैनिकों की उपस्थिति आज भी जारी है। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि कैसे चीन अपनी शक्ति दिखाने और विदेशों में अपने हितों की रक्षा करने के लिए श्रीलंका और पाकिस्तान सहित कई अन्य देशों में सैन्य अड्डे स्थापित करना चाहता है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और चीन के बीच विवादित सीमा को लेकर तनाव की स्थिति फिलहाल बनी रहेगी। दोनों देशों के बीच भले ही 2020 के बाद से झड़प देखने को नहीं मिली है, लेकिन वे बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को तैनात किए हुए हैं। इसके कारण दोनों देशों के बीच छिटपुट मुठभेड़ों का जोखिम बना हुआ है।इस रिपोर्ट में चीन की सैन्य विस्तार की योजना, आक्रामक चीनी साइबर अभियान और 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने की चीन की कोशिशों की भी बात की कही गई है इसमें इजरायल-हमास युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध सहित अन्य संघ का भी जिक्र है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह अरुणाचल प्रदेश में 13,000 फीट की ऊंचाई पर बनी सेला सुरंग का उद्घाटन किया। यह तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। आपका कि मई 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा के लद्दाख सेक्टर में चीन के साथ सैन्य गतिरोध शुरू होने के बाद से भारत-चीन सीमा के पास बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में तेजी आई है। दोनों देशों ने लद्दाख सेक्टर में लगभग 50,000 सैनिकों की तैनाती की है।