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अर्जुनराम के ये तेवर पहली बार, सदन में जोरदार हंगामा,नौ मिनट तक अड़े रहे ‘माफी मांगो बालू’

  • पहली बार सदन मे अर्जुनराम का हंगामा
  • बालू ने मुरूगन को ऐसा कहा कि उखड़ गये
  • पूरा सदन हंगामे में डूब गया


आरएनई, नेशनल ब्यूरो। 

शालीन संसदीय शैली के रूप में देशभर में पहचान बनाने वाले बीकानेर के सांसद और केन्द्रीय कानून, संसदीय कार्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने इस बार सदन में ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि देखने, सुनने वाले हैरान रह गए। हालात यह हो गए कि अर्जुन के समर्थन में पूरे भाजपा सांसद और मंत्री खड़े हो गए। सदन में हंगामा हो गया। अध्यक्षीय आसन से बैठने का इशारा हुआ लेकिन वे नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहे। मांग थी डीएमके सांसद थलीकोट्टई राजूथेवर बालू यानी टीआर बालू सदन से अपने एक शब्द पर माफी मांगें। संसदीय कार्य कैबिनेट मंत्री प्रहलाद जोशी से लेकर बाकी मंत्री भी उनकी बात का समर्थन करते दिखे।

मामला यह है: बालू ने लगाया था भेदभाव का आरोप
लोकसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान डीएमके सांसद टीआर बालू ने धन वितरण में तमिलनाडु के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने चक्रवात मिचौंग का जिक्र करते हुए यह बात कही। गृहराज्यमंत्री नित्यानंद राय ने इसका खंडन किया और पलटवार किया में ‘अशुद्ध’ एजेंडे के साथ विभाजनकारी राजनीति खेलने का आरोप लगाया।

मुरूगन के ‘इररिलेवेंट’ कहने से उखड़े बालू ने कह दिया ‘अनफिट’:

अपनी बात कहते हुए टीआर बालू केन्द्र सरकार की जमकर आलोचना कर रहे थे। इसी दौरान इन्फॉर्मेशन ब्रॉडकास्ट, फिशरी एवं डेयरी मिनिस्टर एल.मुरूगन ने हस्तक्षेप करते हुए बालू के प्रश्न को ‘इररिलेवेंट’ कह दिया। बस, इतने पर बालू उखड़ गए और बीच में हस्तक्षेप करने पर नाराजगी जताई। बालू एल.मुरूगन पर इस कदर हमलावर हुए कि यहां तक कह दिया, तुम सांसद और मंत्री बनने तक के लिए ‘अनफिट’ हो।

अर्जुन को अखरा शब्द, मचा दिया हंगामा :

बालू की यह टिप्पणी मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को इस कदर नागवार गुजरी कि वे उछल पड़े। सदन में हंगामा मचा दिया। कहा-आप हमारे मंत्री को अयोग्य नहीं कह सकते। वे दलित सांसद-मंत्री है। ये पूरे दलितों का अपमान है। अर्जुनराम इस बात पर अड़ गए कि टी.आर.बालू को अपने शब्द वापस लेने के साथ ही सदन में माफी मांगनी चाहिए। कैबिनेट मंत्री प्रहलाद जोशी भी उनके समर्थन में खड़े हो गए। देखते-देखते सदन में भाजपा के लगभग सभी सांसद, मंत्री मेघवाल के साथ खड़े नजर आये। नारे लगने लगे ‘टी.आर बालू-माफी मांगों।’ लगभग 10 मिनट तक यह हंगामा चला।

बालू ने फिर उससे भी बड़ी बात कह दी :

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने जैसे-तैसे मामला शांत करवाया। बालू फिर अपनी बात कहने लगे और इस बार पहले से भी आगे बढ़कर बोले, सिर्फ सांसद-मंत्री के लिहाज से ही नहीं आप राजनीति के लिए भी अनफिट हो।