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आंखों में खुशी की चमक : ऑप्थेल्मोलोजी के प्रोफेसर डा.अनिल चौहान ने एक दिन में 103 ऑपरेशन किये

सभी रोगी ठीक, कल फाइनल चैक

आरएनई, बीकानेर।

बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल में यूं तो आए दिन कोई न कोई बड़ी या जटिल सर्जरी के समाचार आते रहते हैं लेकिन इस बार सैकड़ों मरीजों की आखों में खुशी की चमक लाने वाली खबर आई है। जी हां, बात हो रही आंखों के ऑपरेशन की। हॉस्पिटल के नेत्र रोग विभाग में एक ही दिन में 103 लोगों की आंखों का ऑपरेशन हुआ है। यह अब तक एक दिन में हुए सबसे ज्यादा ऑपरेशन हैं। इन ऑपरेशन को अंजाम दिया है ऑप्थेल्मोलोजी के प्रोफेसर डा.अनिल चौहान ने।

03 मिनट 17 सैकंड में एक ऑपरेशन:
डा.अनिल चौहान में एक दिन यानी छह घंटे के ओटी पीरियड में 103 मरीजों की आंखों का आपरेशन किया। इस समयावधि के लिहाज से देखा जाए तो प्रति घंटे लगभग 17 सर्जरी की गई है। ऐेसे में एक व्यक्ति की सर्जरी में लगभग 03 मिनट 17 सैकंड लगे।

हर दिन 60 से 70 ऑपरेशन होते हैं:
डॉक्टर्स का कहना है, पीबीएम आई हॉस्पिटल की ओटी में हर दिन 60 से 70 सर्जरी होती है। ऐसे में हर दिन औसतन एक घंटा में 06 सर्जरी होती है। मतलब यह कि प्रति सर्जरी 10 मिनट का समय लगता है। ऐसे में छह घंटे में 103 सर्जरी होना वाकई बड़ी उपलब्धि कहा जा सकता है।

इससे पहले अधिकतम 89 सर्जरी:
पीबीएम हॉस्पिटल के आई ओटी में इससे पहले एक दिन में अधिकतम 89 लोगों के आंखों का आपरेशन हुआ था। रोचक बात यह है कि ये अधिकतम आंकड़े का रिकॉर्ड भी हॉस्पिटल के डा.अनिल चौहान के खाते में जाता है। ऐसे में खुद उन्होंने अपना ही एक दिन में अधिकतम ऑपरेशन का रिकॉर्ड तोड़ा है।

क्या कहते हैं डॉक्टर अनिल चौहान?
एक दिन में 103 आई सर्जरी करने वाले डा.अनिल चौहान इसे बड़ी उपलब्धि की बजाय अपना सामान्य काम मानते हैैं। वे कहते हैं, कई मरीज वेटिंग लिस्ट में थे। लगातार उनके ऑपरेशन टलते जा रहे थे। यह ऐसा दिन था जब बाकी सीनियर डॉक्टर बाहर थे या पूरा ओटी काम करने को मिला। ऐसे में एक दिन में सभी पैंडिंग व्यक्तियों के आपरेशन कर सकें इस लिहाज से प्लान चार्ट किया। इसमें पूरी टीम का सहयोग रहा।

ज्यादातर मरीज गांवों के:
डॉ.चौहान ने जिन 103 मरीजों के ऑपरेशन किये हैं उनमें ज्यादातर मरीज आस-पास के गांवों के या कमजोर वर्ग के हैं। इनमें से अधिकांश को हाथोंहाथ छुट्टी दे दी गई। दो-तीन मरीज ऐसे हैं जिन्हें ड्रेसिंग की जरूरत होगी। बाकी सभी मरीजों का गुरूवार को फॉलोअप होगा और उन्हें आगामी हिदायत दी जाएगी।

प्राचार्य डा.सोनी ने दी टीम को बधाई:
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डा.गुंजन सोनी ने प्रतिबद्धता से काम करने वाली ऑप्थेल्मोलोजी की टीम को इस उपलब्धि पर बधाई दी। डा.सोनी ने कहा, पीबीएम में वर्ल्ड क्लास ट्रीटमेंट होता है। हर विभाग में हमारे डॉक्टर नई तकनीक और तरीकों का उपयोग कर मरीजों को अधिकाधिक लाभ पहुंचाने की कोशिश करते हैं। सभी विभागों में एक्सपर्ट्स ने नई बुलंदिया हासिल की है। संसाधन-सुविधाएं भी विकसित हुई है। फिलहाल ढांचागत सुधार का काम भी तेजी से चल रहा है। ऐसे मंे आने वाले कुछ दिनों पीबीएम हॉस्पिटल का हर दृष्टि से कायाकल्प हुआ नजर आयेगा।