स्कूल का आरंभ होना मील का पत्थर साबित होगा : स्वामी विमर्शानंद महाराज
RNE, BIKANER .
शहरी क्षेत्र में बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ अंग्रेजी माध्यम अध्यापन की नई पहल के साथ डागा मोहल्ला में एलिक्जिर इंटरनेशनल स्कूल का शुभारंभ स्वामी विमर्शानंद महाराज व पं जुगल किशोर ओझा (पुजारी बाबा) की ओर से वैदिक मंत्रोचारण के साथ हुआ। इस दौरान स्वामी विमर्शानंद महाराज ने कहा कि जिस तरह स्कूल प्रबंधन ने नई सोच व आधुनिक तकनीक से बच्चों को शैक्षणिक वातावरण के लिये स्कूल का आरंभ किया है, वह वास्तव में मील का पत्थर साबित होगा।
आज के युग में बच्चों को शैक्षणिक के साथ सह शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से पारंगत बनाना एक चुनौती है। लेकिन एलिक्जिर इंटरनेशनल स्कूल के संचालकों ने जिस सकारात्मक सोच के साथ शुरूआत की है,वो निश्चित रूप से फलीभूत होगी। पं जुगल किशोर ओझा ने सही संकल्प के साथ शुरू किये गये किसी भी कार्य में सफलता चुमने की बात कही। इस मौके पर प्रधानाचार्य विजयलक्ष्मी आचार्य ने बताया कि संस्थान में कक्षा एक से आठ तक बच्चों को शिक्षा ग्रहण करवाई जाएगी। विशेष रूप से शिक्षा, संस्कार, संस्कृति का ध्यान रखा जाएगा। साथ ही साथ 9 से 12 तक फाउण्डेशन कोर्स चलेगा और शाम के सत्र में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे (NEET/JEE)की तैयारी भी करवाई जाएगी। उप प्रधानाचार्य डॉ पंकज जोशी ने स्कूल के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। डायरेक्टर शैलेष तिवाडी ने अतिथियों का स्वागत कि कया। तो आभार शाला प्रधान शिवकुमार बिस्सा ने जताया।
इससे पहले पत्रकारों से मुखातिब होते हुए स्कूल संचालक ओमप्रकाश पारीक ने कहा कि एलिक्जिर इंटरनेशनल स्कूल को व्यवसायीकरण से दूर रखा जाएगा। यानि स्कूल में पढने वाले बच्चों पर स्कूल प्रबंधन का कोई दबाव नहीं रहेगा। साथ ही गुणवतापूर्ण शिक्षा देना, तनावमुक्त शिक्षण देना मुख्य उद्देश्य रहेगा। एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है। जिसके माध्यम से अध्यापन करवाया जाएगा। साथ ही स्कूल में ऐसा वातावरण तैयार किया जाएगा। जिसमें शिक्षा, संस्कार व संस्कृति पर अधिक जोर दिया जाएगा।