Skip to main content

राजनाथसिंह की सभा की तैयारी: दो दिन से अर्जुनराम लगातार कोलायत के दौरे पर

आरएनई, बीकानेर।

केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथसिंह सात अप्रैल को बीकानेर आ रहे हैं। वे कोलायत में भाजपा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल के पक्ष में जनसभा को संबोधित करेंगे। इस जनसभा को लेकर इस बार भाजपा खास उत्साहित है। खुद प्रत्याशी अर्जुनराम जहां दो दिन से कोलायत में ही दौरा कर रहे हैं वहीं विधायक अंशुमानसिंह भाटी और भाजपा में लौटे पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी भी लोगों से सभा में पहुंचने की अपील कर रहे हैं।

पिछले चुनाव में भी राजाथसिंह ने कोलायत में की थी जनसभा:
भाजपा के कद्दावर नेता राजनाथसिंह ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीकाने के कोलायत में जनसभा की थी। उस चुनाव से इस बार स्थितियां भिन्न हैं। पिछले चुनाव के वक्त देवीसिंह भाटी भाजपा से नाराज थे। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके थे। इस बार वे पार्टी मे शामिल हुए हैं और उनके पोते अंशुमानसिंह कोलायत से विधायक बन चुके हैं। अर्जुनराम और देवीसिंह भाटी के बीच संबंधों की खटास भी कुछ कम हुई। दोनों की हाल ही हॉस्पिटल में भी औपचारिक मुलाकात हुई।

अर्जुनराम ने यहां किया दौरा :
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल आज कोलायत विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहे। उन्होंने नाईयों की बस्ती, चाण्डासर, गजनेर, खारीचारणान, गंगापुरा, मोटवता, चानी, कोटड़ी, मढ़, गुड़ा, सांखला बस्ती, दियातरा आदि गांवों का जनसंपर्क कर कमल के फूल पर बंटन दबाकर मोदी को मजबूत करने का आह्वान किया।

मोदी सरकार की योजनाएं गिनाई :
मेघवाल ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में जो योजनाएं चल रही थी। उसका संचालन सही नहीं होने के कारण उसका आमजन को लाभ नहीं मिल रहा था। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की जलमिशन योजना के कारण घर-घर पानी पहुंचा। कोलायत विधानसभा क्षेत्र में भी किसान सम्मान निधि का पैसा सीधा किसान के खाते में आया है।

उज्ज्वला योजना ने महिलाओं को चूल्हों से राहत दिलाई। प्रधानमंत्री आवास योजना के कारण बेघरों को मकान मिला। ऐसी अनगिनत योजनाएं है जो आमजन के लिये जीवनदायनी बनी। केंद्र और राज्य की डबल इंजन की सरकार कोलायत के विकास के पंख लगा देगी।

ये रहे साथ :
लक्ष्मणराम सैन, भगवान, भानीराम, गोपाल, करणाराम, जगदीश, गोपीचंद, मांगीलाल, खतूराम, चन्द्रप्रकाश, रामस्वरूप, मोहनलाल, अरजीराम मेघवाल, भंवरलाल, जनकलाल, सुगन पुरी, नेमाराम, मांगीलाल नाई, हणुताराम, गिरीराज, ओमप्रकाश सैन, बाबूलाल, घनश्याम, श्याम सिंह हांडला, महावीर चारण, गुमान सिंह राजपुरोहित, राजाराम सींगड़ आदि मौजूद रहे।