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एसबीआई उदासर ब्रांच का मामला: 33 करोड़ के लेन-देन के दो मामले जेएनवी थाने में दर्ज

  • बैंक से ली नेटबैंकिंग सुविधा
  • दो करंट एकाउंट से करोड़ो का लेनदेन
  • कई बड़ी फर्मों से किया करोड़ो लेनदेन

RNE, BIKANER .

एसबीआई बैंक से ऋण दिलवाने का झांसा देकर एसबीआई उदासर ब्रांच में दो फर्जी करंट एकाउंट खुलवाकर 33 करोड़ से अधिक का रुपए का लेनदेन करने का सनसनीखेज़ मामला सामने आया है। शातिर शख्स ने मेल आईडी, मोबाइल नंबर सब फर्जी पेश कर बैंक से नेटबैंकिंग की सुविधा लेकर चंद महीनों में करोड़ो रुपए का लेनदेन कर लिया। आरोपी के विरुद्ध अदालती आदेश की मार्फत जेएनवीसी थाने में दो अलग अलग एफआईआर दर्ज़ करवाई गई है।

पहला मामला

जेएनवीसी पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पहले मामले में पेमासर निवासी देबूराम पुत्र गणपतराम जाट की ओर से दी रिर्पोट में बताया है कि श्रीबालाजी,नागौर निवासी अरुण शर्मा पुत्र मेघराज ने उसे सस्ती ब्याज दर पर लोन दिलाने का झांसा देकर एसबीआई बैंक उदासर ब्रांच मे जाकर परिवादी से पेन कार्ड व आधार कार्ड लेकर फर्जी करंट काउंट खुलवा लिया।

7 सितंबर 23 से 20 मार्च 24 तक कुल 7 करोड़ 19 लाख 781 रुपये का लेन- देन कर लिया। आरोपी उसे बिना सूचित किए उक्त अंकाउंट से फर्जी ई-मेल आईडी prakashkumarsidhi@gmail.com बनाकर व मोबाइल नंबर 7375861020 देकर उक्त करंट अकाउंट में नेट बैंकिंग की सुविधा धोखाधड़ी पूर्वक ले ली ।

दुसरा मामला

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पेमासर निवासी बजरंगलाल पुत्र सुरजाराम जाट की ओर से दर्ज़ करवाया गया है। दूसरे मामले में बताया है कि अरुण शर्मा ने उसे सस्ती ब्याज दर पर पशुधन ऋण दिलाने की बात कही और बताया कि 20-25 दिन बाद उसके खाते में 1 लाख रुपये पशुधन ऋण लोन जमा हो जाएगा। उसे झांसे मे लेकर एसबीआई बैंक मे अकाउंट खुलवाकर मोबाइल बंद कर लिया।

संदेह होने पर बैंक गया तो बैंक मैनेजर ने बताया कि उसके दो अकाउंट है जिसमे एक करंट अंकाउंट है,जिसमे बहुत ज्यादा लेन देन हुआ। 30 नवंबर से लेकर 18 दिसंबर 2023 तक करीब 25 करोड़ 20 लाख़ 67 हज़ार 899 रुपये का आदान-प्रदान किया गया है। उक्त बैंक खाते में ज्यादातर धनराशि बालाजी कम्प्यूर्ट्स, बालाजी इन्टरप्राईजेज, लक्ष्मण फेबरिक, मनीषा फेबरिक, अब्राहीम एजेंसीज, प्ले पॉइंट स्टेशनों और कुछ अन्य फर्मों से लेनदेन हुआ है। पुलिस ने आरोपी अरुण शर्मा के विरुद्ध जालसाजी और धोखाधड़ी सहित कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरु कर दिया है।