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RAJASTHAN NEWS: एसओजी टीम ने तीन दलालों को अंकतालिकाओं के साथ पकड़ा

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राजस्थान में पेपरलीक कांड के बाद जाली अंकतालिकाओं को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। ओपीजेएस विवि प्रबंधन की ओर से अब तक 150 से अधिक जाली अंकतालिका पकड़ी गई। जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि पिछले कई साल से ओपीजेएस सहित कई विवि के नाम से जाली अंकतालिका देने वाले गिरोह की ओर से विभिन्न पाठ्यक्रमों की अंकतालिका विद्यार्थियों को दी जा रही थी। इन अंकतालिकाओं के आधार पर उच्च शिक्षा विभाग व चुरू पुलिस को शिकायत भी दी गई है। पिछले दिनों एसओजी टीम ने तीन दलालों को कुछ अंकतालिकाओं के साथ पकड़ा था। हालांकि पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।

डीपीएड की अंकतालिकाओं के बाद विवाद

ओपीजेएस विवि की गिरोह सदस्यों की ओर से कई विद्यार्थियों को इस पाठ्यक्रम की नकली डिग्री बांटने की शिकायत है। जबकि विवि की ओर से डीपीएड की मान्यता को लेकर भी अलग तर्क दिया गया है।

इसमें बताया कि विवि को एनसीटीई की ओर वर्ष 2016 में ही डीपीएड मान्यता दी गई थी। इस बीच विवि परिसर में आग लगने की वजह से दस्तावेज जल गए। इधर, एनसीटीई ने विवि को मान्यता के दस्तावेजों की डुप्लीकेट कॉपी नहीं दी गई थी। अब न्यायालय के दखल के बाद मान्यता की कॉपी भी मिल गई।