छह दिन पहले बोरवेल में गिरी महिला का शव आखिरकार सोमवार को निकाल लिया गया
आरएनई ,बीकानेर।
महिला को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए 120 घंटे तक यानी पांच दिन रेस्क्यू ऑपरेशन चला। राजस्थान में इस तरह के मामले में संभवतया यह सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन रहा है। शव मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीम ने राहत की सांस ली। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में एसडीआरएफ की टीम को खासा मशक्कत करनी पड़ी।
जानकारी के अनुसार राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में महिला मोना बैरवा 6 फरवरी को रात आठ बजे रामनगर ढोसी गांव स्थित अपने घर से गायब हुई थी। परिजनों ने उसकी खोजबीन की तो सात फरवरी को दोपहर 12 बजे उसके बोरवेल में गिरे होने की सूचना मिली थी। उसके बाद दोपहर करीब 1 बजे मोना को बोरवेल से निकालने के जतन शुरू किए गए। एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया था।आखिरकार सोमवार को दोपहर में मोना के शव को निकालने के प्रयास सफल हो पाए। मोना का शव बोरवेल में करीब 90 फीट की गहराई में फंसा हुआ था। शव मिलने के बाद पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया और गंगापुर सिटी अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। वहां उसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। पांच दिन लंबे चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एसडीआरएफ की टीम को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा।