मौलाना के निशाने पर हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष
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पाकिस्तान के डोगर और नेपाल के इसाम के संपर्क में क्राइम ब्रांच ने एक कथित मौलाना की एक बड़ी साजिश करना काम करते हुए गिरफ्तार किया है। मौलाना के निशाने पर हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा समेत आधा दर्जन अन्य हिंदू नेता थे। सूरत क्राइम ब्रांच ने मौलाना सोहेल अबुबकर को कामरेज के कठोर गांव से गिरफ्तार किया है।
येहै पूरा मामला
सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि सूरत क्राइम ब्रांच ने एक खुफिया सूचना के आधार पर मौलाना सोहेल अबुबकर को चौक बाजार भरीमाता फूलवाड़ी स्थित आइकरा अपॉर्टमेंट से गिरफ्तार किया।
पूछताछ में मौलाना ने बताया कि वह लसकाना के डायमंड नगर में धागा काटने वाली फैक्ट्री में मैनेजर के पद पर काम करता है और मुस्लिम बच्चों को निजी तौर पर भी इस्लाम के बारे में पढ़ाता भी है।
मौलाना से शुरुआती पूछताछ में पता चला कि वह सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान के डोगर और नेपाल के इसाम के संपर्क में था। ये दोनों सोशल मीडिया के माध्यम से मौलाना से संपर्क करते थे और उसे हिंदू संगठनों के नेताओं के खिलाफ भड़काते थे।
अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड बरामद
जानकारी के अनुसार मौलना अबूबकर ने अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सिम कार्ड भी हासिल किया और मोबाइल फोन में व्हाट्सएप बिजनेस सक्रिय कर हिंदू नेताओं को धमकी दे रहा था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि मौलाना ने सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को धमकी दी। इसके अलावा हैदराबाद के हिंदू नेता राजासिंह, एक न्यूज चैनल के प्रधान संपादक सुरेश चौहान और भाजपा नेता नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश रच रहा था।
एक करोड़ रुपये फिरौती
मौलाना के मोबाइल से मिली चैट में पुलिस को पता चला है कि उपदेश राणा की हत्या के लिए पाकिस्तान से बंदूक मंगाने की तैयारी की जा रही थी। मौलाना ने इसे जल्द भेजने की मांग की थी। चैट में इस घटना को अंजाम देने के लिए किसी को एक करोड़ रुपये देने की भी बात की गई है।
राष्ट्रीय ध्वज के साथ छेड़छाड़
पुलिस के मुताबिक आरोपी मोहम्मद सोहेल दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने के इरादे से सोशल मीडिया के माध्यम से भारत के राष्ट्रीय ध्वज के साथ छेड़छाड़ करता था और हिंदू देवी-देवताओं के बारे में ईल बातें करता था। उसने एक विदेशी शख्स से हथियार भी मंगवाए थे। वह पाकिस्तान, वियतनाम, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान और लाओस समेत कई देशों के लोगों के संपर्क में था।
लूडो के बहाने होती थी मीटिंग
पुलिस ने मौलाना के पास एक मोबाइल फोन बरामद किया। पुलिस जांच में यह भी पता चला है वह अपने टारगेट का नाम बदलकर बातें करता था। उसने सूरत के उपदेश को धक्कन नाम दिया था। वह धक्कन नाम से बातचीत करता था। किसी को शक न हो, इसलिए ये लोग लूडो जैसा गेम खेलने के बहाने इकट्ठा होते थे। इसमें चैटिंग का भी विकल्प होता है और फिर वारदात को अंजाम देने की चर्चा करते थे।