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पकड़ा गया सुनील : ब्लूटूथ डिवाइस वाली विग लगा नकल करवाने की हुई थी कोशिश

  • आखिर बीकानेर पुलिस 25 हजार के ईनामी सुनील बिश्नोई को पकड़ने में कामयाब
  • नकल सरगना तुलसाराम का खास गुर्गा है सुनील
  •  सिर पर ब्लूटूथ डिवाइस वाली विग लगा नकल करवाने की हुई थी कोशिश

RNE, Bikaner.

बीकानेर पुलिस ने नकल के बड़े मामले में लगभग एक साल बाद 25 हजार के ईनामी आरोपी सुनील बिश्नोई को पकड़ने मंे सफलता हासिल की है। इसके साथ ही एक अन्य आरोपी भी पकड़ में आया है। काफी तलाश के बाद इनका हाथ आना पुलिस के लिए बड़ी सफलता है।

पहले जानें मामला क्या है:

आरपीएससी की ओर से हुई अधिशासी अधिकारी और राजस्व अधिकारी परीक्षा के दौरान बीकानेर के एग्जाम सेंटर पर सामने आया नकल का हाईप्रोफाइल मामला अगर आपको याद नहीं है तो पहले एक बार रिकॉल कर लें।

बीकानेर के उदयरामसर में दो सेंटर में ऐसे परीक्षार्थी पकड़े गए थे जिनके बाल जरा अजीब किस्म के थे। जांच की गई तो पता चला कि ये विग हैं। विग की छानबीन की तो परीक्षकों सहित पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गए क्योंकि इनमें ब्लू टूथ डिवाइसेज लगी थी। इनके सहारे नकल कर ये परीक्षार्थी टॉप करना चाहते थे। जाहिर है कि तार सेंटर से बाहर ही जुड़े थे जिन्हें पुलिस ने पहले ही खोज लिया था और तीन युवको को पकड़ लिया था।

कौन है सुनील बिश्नोई:

सुनील बिश्नोई नकल गिरोह के सरगना तुलसाराम कालेर का खास गुर्गा है। बात जब तुलसाराम कालेर की हो रही है तो शायद सभी को नकल का वह हाईप्रोफाइल मामला भी याद होगा जिसमें रीट में चीट करवाने के लिए खासतौर पर डिवाइस लगी चप्पलें तैयार कर परीक्षार्थियों को महंगे दामों में बेची गई थी। वही मास्टर माइंड तुलसाराम कालेर। अभी पकड़ में आया सुनील बिश्नोई उसी तुलसाराम का खास गुर्गा है जिसने नकल में विग का उपयोग करने का तरीका इजाद किया था।

अब पकड़े गए आरोपियों की बात :

राजस्व अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी परीक्षा में नकल के मामले में पुलिस ने नकल माफिया तुलसाराम कालेर के दो गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों इनामी बदमाश है। दोनों से नकल के कई मामलों का खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है। बीकानेर पुलिस ने जोधपुर के बाप निवासी सुनील बिश्नोई को गिरफ्तार किया है। सुनील बिश्नोई पुत्र उमेदा राम निवासी केलनसर, बाप जोधपुर पर गंगाशहर व नयाशहर पुलिस थाने में नकल के 3 प्रकरण चल रहे हैं और तीनों में ये फरार है। सुनील पिछले कई महीनों से जयपुर, जोधपुर, फलौदी और गुजरात में फरारी काट रहा था। पुलिस ने उस पर नजर रखी थी, जिसके बाद उसे दबोच लिया।

दूसरी ओर जयपुर पुलिस के पांच हजार रुपए के इनामी बदमाश अमर सिंह पुत्र केशव दास निवासी बीकानेर को भी गिरफ्तार किया गया है। वो वर्ष 2022 से पुलिस थाना मानसरोवर, जयपुर दक्षिण के पोक्सो प्रकरण मे फरार था। शातिर तरिके से पिछले 2 साल से फरारी काट रहा था। नकल प्रकरण का अनुसंधान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर दीपक शर्मा कर रहे हैं।

दीपक यादव की खास भूमिका

वांछित इनामी अपराधियों को पकड़ने में साइबर सेल के एएसआई दीपक यादव की मुख्य भूमिका रही। दोनों बदमाशों पर लंबे समय से नजर रखी जा रही थी। इनकी लोकेशन सहित अन्य टेक्निकल सपोर्ट के साथ इन्हें पकड़ा गया।