सूरत में विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय परिषद की बैठक, समाजोत्थान के लिए 15 सूत्रीय घोषणा पत्र जारी
- राष्ट्रीय परिषद की बैठक में समाजोत्थान के उद्देश्य वाला 15 सूत्रीय सूरत घोषणा पत्र जारी।
- समाज, राष्ट्र व भारतीय संस्कृति के कुप्रचार का मुंहतोड़ जवाब देगा विप्र समाजः सुशील ओझा ।
- बीकानेर में सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने सहित अनेकानेक प्रस्ताव पारित।
- धनसुख सारस्वत बीकानेर ज़ोन बी.वन.के प्रदेशाध्यक्ष एवं मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ व भँवर पुरोहित राष्ट्रीय सचिव मनोनीत।
आरएनई, सूरत / बीकानेर।
विप्र फाउंडेशन ने देश में उठ रही जातिगत जनगणना की मांग का पुरजोर शब्दों में विरोध का निर्णय किया हैं। संस्था देश भर में भारतीय संस्कृति व ब्राह्मण विरोधी ताकतों की ओर से किए जा रहे कुप्रचार का मुंह तोड़ जवाब देगी। इसके लिए एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
जरूरत पड़ने पर उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक सभी ब्राह्मणों को एक मंच पर लाकर सड़कों पर उतरने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा। विप्र फाउंडेशन राष्ट्रीय परिषद की रविवार को सूरत बैठक में जिन ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा हुई उसमें ब्राह्मणों को टारगेट किए जाने पर विशेष चिंता व्यक्त की और भावी रणनीति को मूर्त रूप दिया गया।
वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि सर्व समाज को सदैव साथ लेकर चलने वाले ब्राह्मण को अलग-थलग करने का कुचक्र रचा जा अब उठ खड़े का जा रहा है। अब चुप बैठने का नहीं खाद्योगों को भी अपनी नींव को मजबूत करना होगा। एक द-सरे का सहारा कैसे बन सकते हैं इसको लेकर भी बैठक में विचार विमर्श हुआ।
विप्र फाउंडेशन के संस्थापक सुशील ओझा ने कहा कि आज देश में जातिवादी मानसिकता वाले लोग कभी उच्च पदों पर पहुंची ब्राह्मण प्रतिभाओं को निशाना बना रहे हैं तो कभी सवर्ण वर्ग का देश के सारे सिस्टम पर आधिपत्य बता ब्राह्मणों के खिलाफ नफरत पैदा करने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। ओझा ने कहा कि जातिगत जनगणना की मांग भी देश को बांटने की कोशिश के तहत उठाई जा रही हैं।
परशुराम तीर्थ क्षेत्र इसी साल किया जाएगा राष्ट्र को समर्पित
अरुणाचल प्रदेश स्थित परशुराम कुण्ड पर भगवान श्री परशुराम की 54 फीट ऊंची मूर्ति प्रतिष्ठा प्रकल्प इसी वर्ष राष्ट्र को समर्पण, जयपुर स्थित श्री परशुराम ज्ञानपीठ का शीघ्र शुभारंभ कर कन्या छात्रावास, कोचिंग, वैदिक रिसर्च, कौशल विकास गतिविधियां शुरू करने, ‘विप्र चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज’ की बीस शाखाएं खोलने, विप्र ऑनलाइन पोर्टल पर ई-मार्केट स्पेस से हुनरमंद महिलाओं को जोड़ा जाएगा।
विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अगले दो वर्षों के लिए पुनः राधेश्याम शर्मा गुरुजी को सर्व सम्मति से चुना गया। बैठक में देशभर से 310 प्रतिनिधि मौजूद थे – राष्ट्रीय परिषद बैठक में आगामी दो वर्ष के लिए नवीन कार्यकारिणी का विस्तार किया गया जिसमें डूँगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत,युवा उधमी दीपक पारीक को राष्ट्रीय सरंक्षक,प्रज्ञा परिषद सदस्य मधु आचार्य एवं निवर्तमान प्रदेशाध्यक्ष भँवर पुरोहित को राष्ट्रीय सचिव मनोनीत किया गया है – बीकानेर ज़ोन बी.वन.प्रदेशाध्यक्ष के रूप में धनसुख तावानियाँ को मनोनीत किया गया है।
राष्ट्रीय परिषद बैठक में देशभर से 310 प्रतिनिधि मौजूद थे, इनमें संरक्षक सत्यनारायण शर्मा, बनवारीलाल सोती कोलकाता, जगदीश मिश्रा भुवनेश्वर, हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा, राजस्थान के विधायक ताराचंद सारस्वत पूर्व विधायक जोशी, प्रोफेसर गौरव वल्लभ,पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा,
राष्ट्रीय समन्वयक किशन जोशी,भरतराम तिवाड़ी,राष्ट्रीय संगठन महामंत्री सुनील शर्मा, रुचि चतुर्वेदी आगरा, गुजरात अध्यक्ष तुलसी पुरोहित,सूरत अध्यक्ष घनश्याम सेवग,बीकानेर से रमेश जाजड़ा,नंदकिशोर गालरिया,सीए सुधीश शर्मा,सुशील व्यास,गोपाल तिवाड़ी,सत्यनारायण सारस्वत,दिनेश ओझा आदि शामिल रहे।