गिरगिट-सा मौसम : धूप, धूल, बादल, बौछारें, ओले, धो दिया तापमान
Weather Bikaner : बादलों के पीछे दुबका सूरज, बौछारों ने धरती की गर्मी निकाली
RNE Bikaner.
मौसम ने मानों गिरगिट से होड़ ले ली हैं। देखते-देखते कई रंग बदल रहा हैं। एक ही दिन में तेज, धूप, उमस, आंधी और ओले सबकुछ दिखा दिये। बीकनेर शहर में जहां तेज बौछारों ने तापमान को धोया वहीं नोखा के अणखीसर मंे जमकर ओले गिरे। देर दुपहरी तापमान के तेवर ठंडे पड़ गए और सूरज को बादलों के पीछे दुबकने को मजबूर हुआ।
यूं चढ़ता गया पारा:
बीकानेर में सोमवार को दिन की शुरूआत गर्मी के तीखे अंदाज में हुई और पौ फटते ही तापमान 31 डिग्री था। दिन चढ़ने के साथ तापमान के तेवर भी तीखे होते गए ओर दोपहर ढाई बजते-बजते यह 42 डिग्री तक पहुंच गया। ऐसे मंे लगा कि आज फिर गर्मी तीखे तेवर दिखाएगी।
दोपहर बाद चली आंधी:
अचानक चले हवा के तेज झोंके अपने साथ धूल लेकर आए और बंद घरों मंे भी हर कोने तक रेत पहुंचाकर संदेश दिया-आंधी आ गई, अब तापमान के तेवर से डरने की जरूरत नहीं। अलबत्ता धूल से भरे घर को देखकर गृहिणियां परेशान हो रही थी कि गर्म जमीन पर गिर भाप बनती बूंदें फुसफुसा उठी-पीछे बौछार आ रही है। जमीन की गर्मी भी निकाल देगी।
बौछारों ने धोया शहर:
भाप बनती बूंदों की फुसफुसाहट सही साबित हुई और कुछ ही देर में बादलों ने शहर को ऊपर से घेर लिया। सूरज को मानों नजरबंदी की सजा हो गई। इसके साथ ही तवे-सी तपती धरती पर भी बौछारों का ऐसा वार किया कि वह तृप्त होती नजर आई।
अणखीसर में ओले:
बीकानेर शहर ही नहीं गांवों मंे भी उम्मीद लगाए बैठे लोगों को बादलों ने निराश नहीं किया बल्कि अणखीसर जैसे गांवों मंे तो यह बर्फ के रूप मंे बरसे। यहां रहने वाले भगवानाराम थोरी कहते हैं, गर्मी और उमस से परेशान थे कि अचानक एक बजे बाद बौछार शुरू हो गई और देखते ही देखते बड़े आकार के ओले गिरने लगे। देर तक ओले गिरे। लोग घरों में दुबक गए। इससे कुछ नुकसान की भी आशंका है।