मौसम ने पलटा खाया: एक घंटे जमकर बौछारें, पानी-पानी सड़कें, नाले उफने
आरएनई, बीकानेर।
बीकानेर में मौसम ने जबरदस्ती पलटी मारी। दोपहर बाद शुरू हुई बूंदाबांदी कुछ ही देर में बौछारों में बदल गई। रूक-रूककर कभी धीमी, कभी तेज हुई बौछारों ने हालांकि गर्मी से तो राहत दिला दी लेकिन बीकानेर में नालों की सफाई की पोल खोल दी। इन बीच शहर के कई इलाकों सहित जिलेभर में जगह-जगह जमकर ओले गिरे।
यहां सबसे ज्यादा ओलावृष्टि :
बीकानेर में सर्वाधिक ओलो का बारिश करणी इंडस्ट्रीयल एरिया में देखी गई। यहां सड़कों पर ओलों की चादर बिछ गई। करणी इंडस्ट्रीयल एरिया में लोटस टाइल्स फैक्ट्री के संचालन शुभम राठी ने बताया, बारिश से जहां काम-काज ठप हो गया वहीं ओले गिरने से कई फैक्ट्रियों में खुले में रखे कच्चे सामान को भी नुकसान पहुंचा है। राठी का कहना है, लगभग आधा घंटा जमकर ओले बरसे।
परेशानी :
अधिकांश नाले उफनने लगे। सड़कों पर पानी बहने लगा। आवाजाही में भी काफी दिक्कत हुई। पूगल रोड बस स्टैंड पर सड़क पर पानी जमा होने से बसों से उतरने-चढ़ने वाले यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी। यहां सड़क पर कीचड़ के साथ पानी बहता नजर आय।
मौसम ने कई रंग बदले :
गौरतलब है कि बीकानेर में मौसम ने एक ही दिन में तेज, धूप, उमस, आंधी और ओले सबकुछ दिखा दिये। बीकनेर शहर में जहां तेज बौछारों ने तापमान को धोया वहीं नोखा के अणखीसर में भी जमकर ओले गिरे।
यूं चढ़ता गया पारा:
बीकानेर में सोमवार को दिन की शुरूआत गर्मी के तीखे अंदाज में हुई और पौ फटते ही तापमान 31 डिग्री था। दिन चढ़ने के साथ तापमान के तेवर भी तीखे होते गए ओर दोपहर ढाई बजते-बजते यह 42 डिग्री तक पहुंच गया। ऐसे मंे लगा कि आज फिर गर्मी तीखे तेवर दिखाएगी।
दोपहर बाद चली आंधी:
अचानक चले हवा के तेज झोंके अपने साथ धूल लेकर आए और बंद घरों मंे भी हर कोने तक रेत पहुंचाकर संदेश दिया-आंधी आ गई, अब तापमान के तेवर से डरने की जरूरत नहीं। अलबत्ता धूल से भरे घर को देखकर गृहिणियां परेशान हो रही थी कि गर्म जमीन पर गिर भाप बनती बूंदें फुसफुसा उठी-पीछे बौछार आ रही है। जमीन की गर्मी भी निकाल देगी।
बौछारों ने धोया शहर:
भाप बनती बूंदों की फुसफुसाहट सही साबित हुई और कुछ ही देर में बादलों ने शहर को ऊपर से घेर लिया। सूरज को मानों नजरबंदी की सजा हो गई। इसके साथ ही तवे-सी तपती धरती पर भी बौछारों का ऐसा वार किया कि वह तृप्त होती नजर आई।
अणखीसर में ओले:
बीकानेर शहर ही नहीं गांवों में भी उम्मीद लगाए बैठे लोगों को बादलों ने निराश नहीं किया बल्कि अणखीसर जैसे गांवों में तो यह बर्फ के रूप में बरसे। यहां रहने वाले भगवानाराम थोरी कहते हैं, गर्मी और उमस से परेशान थे कि अचानक एक बजे बाद बौछार शुरू हो गई और देखते ही देखते बड़े आकार के ओले गिरने लगे। देर तक ओले गिरे। लोग घरों में दुबक गए। इससे कुछ नुकसान की भी आशंका है।