हजारीबाग में भाजपा की संगठनात्मक स्थिति पर पड़ सकता है असर
आरएनई, नेशनल ब्यूरो
हजारीबाग लोकसभा सीट पर सिन्हा परिवार का दबदबा रहा है। पहले यहां से आईएएस की सेवा के बाद राजनीति में आये यशवंत सिन्हा सांसद बने। बाद में उनकी भाजपा से पटरी नहीं बैठी और वे पार्टी छोड़ गये।
उनकी इस सीट से उनके बेटे जयंत सिन्हा पिछला चुनाव लड़े और सांसद बने। वे मोदी सरकार में मंत्री भी थे। मगर जयंत के बेटे और यशवंत सिन्हा के पोते आशिर सिन्हा ने भाजपा नहीं, कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। कल वे कांग्रेस में शामिल हो गये। जयंत सिन्हा इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।