बीकानेर पुलिस की कार्रवाई: नयाशहर थाने के हिस्ट्रीशीटर श्रवणसिंह सोढ़ा, सवाईसिंह इंदा को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया
- एसपी तेजस्विनी गौतम ने दी जानकारी, आईपीएस आदित्य काकड़े की टीम ने कार्रवाई को दिया अंजाम
- हथियारों के बूते बीकानेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, चूरू, सीकर, झुंझुनूं में व्यापारियों को धमकाने की थी योजना
- जेल से पैरोल पर निकलने के बाद फरार था श्रवणसिंह सोढ़ा
आरएनई, बीकानेर।
पैरोल से फरार एक हिस्ट्रीशीटर अपने साथी के साथ मिलकर न केवल प्रदेश के कई जिलों में व्यापारियों को धमकाने की तैयारी में जुटा था वरन इसके लिए बाकायदा हथियारों का अच्छा-खास जखीरा भी हासिल कर लिया। इसके लिए बाकायदा गैंग की तरह लोगों को जोड़ने का काम चल रहा था। ये किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम दे पाते उससे पहले ही बीकानेर पुलिस इन तक पहुंच गई और न केवल साजिश को विफल कर दिया वरन् गिरफ्तार कर भारी मात्रा में हथियार भी जब्त कर लिये।
बीकानेर की एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि नोखा पुलिस थाना अधिकारी प्रोबेशनर आईपीएस आदित्य काकड़े के साथ टीम दो लोगों को गिरफ्तार कर इनसे 11 पिस्टल, 20 मैग्जीन और 40 कारतूस बरामद किये हैं। गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों के नाम श्रवणसिंह सोढ़ा और सवाईसिंह इंदा हैं। इनमें से श्रवणसिंह सोढ़ा बीकानेर के नयाशहर थाना का हिस्ट्रीशीटर है। इसके खिलाफ राजस्थान सहित अलग-अलग जगहों पर 24 मुकदमे दर्ज है। यह जेल से पैरोल पर जाने के बाद फरार हो गया था। ऐसे में न्यायालय ने भी कार्रवाई का आदेश दे रखा था।
एसपी तेजस्विनी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेस में किये गए खुलासे के मुताबिक, प्राथमिक पूछताछ से संकेत मिला है कि ये ये अपराधी सीकर, चूरू, झुंझुनूं, श्रीगंगानगर, बीकानेर आदि जिलों में बड़ी वारदातों को अंजाम देने की फिराक में थे। संभवतया ये वारदातें बड़े व्यापारियों को धमकाकर वसूली करने जैसी थी। पुख्ता जानकारी अभी रिमांड पर लेने के बाद पूछताछ में सामने आएगी।
इतनी भारी मात्रा में हथियार कहां से आये इसके बारे में भी पुलिस जांच कर रही है। प्राथमिक तौर पर सामने आया है कि ये हथियार मध्यप्रदेश से लाये गए हैं। ऐसे में कितने लाये गए? कितने लोगों को दिये? कौन-कौन इन्वॉल्व है? आगे हथियारों की खरीद-फरोख्त का नेटवर्क कहां तक फैला है? जैसे सवालों का जवाब भी पुलिस कड़ी पूछताछ में ही हासिल करेगी।
लग्जरी गाड़ी, हाथ में पिस्टल, सामने नोटों की गड्डियां:
पुलिस के मुताबिक श्रवणसिंह सोढ़ा बाकायदा एक गैंग बना चुका है और सोशल मीडिया पर भी लग्जरी गाड़ी में हाथों में हथियार और सामने नोटों की गड्डियां रखे हुए फोटो शेयर करता था। गोलियों से ‘सोढ़ा’ लिखकर हाथों में बंदूके लिये हुए फोटो भी सामने आये हैं।23 अप्रैल को पैरोल पर छूटा, वापस जेल नहीं गया:
श्रवणसिंह सोढ़ा 23 अप्रैल को 15 दिन की अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर आया था। इसे 07 मई को वापस जेल में हाजरी देनी थी लेकिन वह जेल नहीं पहुंचा और जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, बालोतरा, मध्यप्रदेश आदि इलाकों में फरारी काटने लगा। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि सोढ़ा गैंग बीकानेर के आस-पास किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। उनके पास भारी मात्रा में हथियार होने का भी इनपुट था।
एसपी तेजस्विनी ने टीम बनाई, काकड़े ने की धरपकड़:
इनपुट के साथ ही बीकानेर एसपी तेजस्विनी गौतम, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्यारेलाल शिवरान ने नोखा थानाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस आदित्य काकड़े, आरपीएस हिमांशु शर्मा की धरपकड़ टीम के साथ साइबर सैल को जोड़ा। साइबर सैल के एक्सपर्ट दीपक यादव, दिलीपसिंह आदि के सक्रिय इनपुट के बाद नोखा में पांचू पुलिस के पास पुलिस टीम ने श्रवणसिंह सोढ़ा और उसके सहयोगी सवाईसिंह इंदा को भारी मात्रा में हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया।